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निष्ठा शिक्षण व्हाट्सएप गु्रप में एक शिक्षिका ने पोस्ट कर दिए 11 पोर्न वीडियो - जांच के नाम पर कर दी लीपापोती

डिजिटल डेस्क सतना। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर शासकीय हाईस्कूल की एक शिक्षिका की शर्मसार करती हरकत के अक्षम्य गुनाह का दबाने के लिए यहां के शिक्षा विभाग में गजब की गिरोह बंदी का हैरतंगेज मामला सामने आया है। गिरोह बंदी इतनी शातिर है कि डीईओ और डाइट प्राचार्य से लेकर डीपीसी तक महज एक बीआरसीसी के आगे बौने पड़ गए हैं।
मगर,नहीं मिली जांच रिपोर्ट :----
इन अफसरों को सोहावल के बीआरसीसी एसबी सिंह ने 10 दिन बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी है। बीआरसीसी ने बताया कि उन्होंने आरोपी शिक्षिका के स्कूल से संबंधित संकुल की प्राचार्य को रिपोर्ट सौंप दी है। जबकि बीआरसी को इस मामले की जांच के आदेश डाइट के प्राचार्य नीरव दीक्षित ने दिए थे। डाइट प्राचार्य ने स्पष्ट किया कि जांच प्रतिवेदन उन्हें नहीं मिला है। आरोप है कि बीआरसीसी ने डीईओ डा.एसएन पांडेय से भी तथ्य छिपा रखे हैं। इस मसले पर डीपीसी सुशील श्रीवास्तव का भी कमोबेश यही हाल है।
क्या है पूरा मामला :-----
ऑनलाइन शैक्षणिक प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के उदेश्य से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निष्ठा नाम से अकादमिक प्रोग्राम संचालित है। इसके तहत जनशिक्षा केंद्र स्तर पर व्हाट्सएप गु्रप बनाए गए हैं। व्हाट्सएप के गु्रप एडमिन जन शिक्षक हैं। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को सुबह पौने 8 बजे जनशिक्षा केंद्र कन्या धवारी के निष्ठा व्हाट्सएप के गु्रप को लेकर तब हालात हंगामाई हो गए जब गु्रप मेंबर और हाईस्कूल की एक बहुचर्चित शिक्षिका ने एक के बाद एक
महज 6 मिनट के अंदर पोर्न वीडियो के 11 लिंक पोस्ट कर दिए। जब यह शर्मनाक हरकत हुई गु्रप में 256 मेंबर थे। जिनमें अकेले 70 फीसदी शिक्षिकाएं जुड़ी हुई थीं। देखते ही देखते 63 मेंबर ने गु्रप छोड़ दिया। बात बिगड़ती देख गु्रप एडमिन और जनशिक्षक धर्मेन्द्र सेन ने 78 अन्य मेबर्स को ग्रुप से रिमूव कर दिया मगर दिलचस्प यह रहा कि उस शिक्षिका को आंच तक नहीं आई जिसने स्टडी मैटेरियल के नाम पर पोर्न वीडियो अपलोड किए थे। हंगामा और बढ़ा तो धर्मेन्द्र ने गु्रप को ही डिजाल्व कर दिया।
शुरु हो गया खेल: सवाल किसी से, जवाब किसी का :---
ऑनलाइन अकादमिक प्रोग्राम में इस हरकत से नाराज डाइट के प्राचार्य नीरव दीक्षित ने सोहावल जनपद के बीआरसीसी एसबी सिंह को मामले की जांच के निर्देश दिए। बीआरसी ने 12 मार्च कन्या धवारी के जनशिक्षक धर्मेन्द्र सेन को नोटिस (पत्र क्रमांक 400) देकर आरोपी शिक्षिका के विरुद्ध जांच प्रतिवेदन मांगा,मगर इससे पहले कि जनशिक्षक का जवाब आता कन्या धवारी के प्राचार्य और जन शिक्षा केंद्र के प्रभारी सुभाष मिश्रा बीच में कूद पड़े। उन्होंने आरोपी शिक्षिका और ग्रुप एडमिन का बचाव करते हुए आनन फानन में 17 मार्च को बीआरसी के समक्ष (पत्र क्रमांक/361) जवाब दाखिल कर दिया। और, इस तरह वक्त गुजरा, बात ठंडे बस्ते में बंद हो गई।
इनका कहना :-----
1- बीआरसीसी ने मौखिक बताया है कि जांच पूरी कर ली गई है,लेकिन जांच प्रतिवेदन अभी हमें मिला नहीं है।
नीरव दीक्षित, प्राचार्य डाइट
2- बीआरसी को कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। मगर अभी हमें रिपोर्ट नहीं मिली है।
सुशील श्रीवास्तव, डीपीसी
3- जांच रिपोर्ट संकुल प्राचार्य ( एमएलबी) को सौंप दी गई है, मौखिक तौर पर डीईओ,डाइट प्राचार्य और डीपीसी को वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
एसबी सिंह, बीआरसीसी सोहावल
Created On :   24 March 2021 6:10 PM IST