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अस्पतालों में जगह नहीं, 5231 आइसोलेशन कोच अनुपयोगी - राज्य सरकारें निजी अस्पतालों पर मेहरबान
डिजिटल डेस्क जबलपुर । नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने कहा है कि भारतीय रेलवे ने अप्रैल 2020 में 5231 गैर वातानुकूलित सवारी डिब्बों को कोविड-19 के मरीजों के लिए आइसोलेशन कोच में परिवर्तित किया था, जिस पर लगभग 2 अरब रुपए खर्च किए गए थे, जो वर्तमान में धूल खा रहे हैं। केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार राज्य सरकारों की माँग पर आइसोलेशन कोच को कोरोना मरीजों के लिए मुहैया कराया जाना था, लेकिन राज्य सरकार आइसोलेशन कोच का उपयोग नहीं करके निजी अस्पतालों को फायदा देने में जुटी हुई है। उपभोक्ता मंच के प्रांतीय संयोजक मनीष शर्मा, डॉ. राकेश चक्रवर्ती, अर्षिता पाठक, प्रफुल्ल सक्सेना और पंकज सोनी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री को ई-मेल भेजकर कोरोना के मरीजों के लिए इनका उपयोग करने की माँग की है।
कहाँ कितने आइसोलेशन कोच 8 उपभोक्ता मंच ने कहा है कि पश्चिम-मध्य रेलवे में 133, मध्य रेलवे में 482, पूर्व रेलवे में 380, पूर्व-मध्य रेलवे में 269, पूर्वोत्तर रेलवे में 261, उत्तर रेलवे में 540, उत्तर-मध्य रेलवे में 130, पूर्व तट रेलवे में 217, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे में 315, उत्तर-पश्चिम रेलवे में 266, दक्षिण रेलवे में 573, दक्षिण-मध्य रेलवे में 486 कोच उपलब्ध हैं।
Created On :   17 April 2021 3:27 PM IST