पहले चरण के लिए 147 उम्मीदवारों के नामांकन वैध, अब हर निर्वाचन क्षेत्र में बनेंगे सखी मतदान केंद्र

Nomination of 147 candidates for the first phase is valid
पहले चरण के लिए 147 उम्मीदवारों के नामांकन वैध, अब हर निर्वाचन क्षेत्र में बनेंगे सखी मतदान केंद्र
पहले चरण के लिए 147 उम्मीदवारों के नामांकन वैध, अब हर निर्वाचन क्षेत्र में बनेंगे सखी मतदान केंद्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य जिन सात सीटों पर मतदान होना हैं उनके लिए 147 उम्मीदवारों के नामांकन को वैध पाया गया है। पहले चरण के लिए कुल 184 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। छानबीन के बाद 37 नामांकन रद्द कर दिए गए। नागपुर से सबसे ज्यादा 33 उम्मीदवार जबकि गडचिरोली-चिमूर सीट से सबसे कम 6 उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए गए हैं । 28 मार्च दोपहर तीन बजे तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित की जाएगी।

किस सीट से कितने नामांकन वैध

वर्धा-16, रामटेक-21, नागपुर-33, भंडारा-गोंदिया-23, गडचिरोली-चिमूर-6, चंद्रपुर-17 और वाशिम-31  

लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर होगा सखी मतदान केंद्र

इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए हर निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे मतदान केंद्रों की स्थापना की जाएगी जिसके प्रबंधन का पूरा जिम्मा सिर्फ महिलाओं पर होगा। इन मतदान केंद्रों की पहचान "सखी मतदान केंद्र' रूप में होगी। यहां पर पुलिस से लेकर चुनाव कार्य अधिकारी और कर्मचारी सभी महिलाएं होंगी। सभी महिला व्यवस्थापित मतदान केंद्रों में किसी विशेष रंग का उपयोग नहीं किया जाएगा। सखी मतदान केंद्र में तैनात महिला कर्मचारी अपनी पसंद से किसी भी रंग की पोशाख परिधान का धारण कर सकेंगी। सखी मतदान केंद्र को आर्कषक और सुंदर बनाने के रंगोली और सफाई पर विशेष जोर दिया जाएगा। महिला मतदान केंद्र के लिए चयन करते समय केंद्र की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा। संवेदनशील मतदान केंद्रों को टालकर तहसील कार्यालय, पुलिस स्टेशन के नजदीकी केंद्र तथा जिन मतदान केंद्रों पर चुनाव प्रक्रिया के अधिकारियों का हमेशा संपर्क रहेगा। ऐसे केंद्रों को सखी मतदान केंद्र बनाने के लिए चयन किया जाएगा। साल 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए किए गए मतदाता पंजीयन में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से कम थी लेकिन 2019 के तदाता पंजीयन में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 1 हजार पुरुषों के पीछे 925 महिला ऐसा प्रमाण था। 2014 में मतदाता सूची में महिलाओं का प्रमाण 1 हजार पुरुषों के पीछे 889 इतना था। पर अब साल 2019 में 1 हजार पुरुषों के पीछे 911 की बढ़ोतरी हुई हैं। 
 

Created On :   27 March 2019 4:41 PM GMT

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