मरीज के बेड पर होगी हर दिन अलग रंग की चादर, 17 को एल्गिन से होगी शुरुआत

Now bed sheet of district hospital patients will change every day
मरीज के बेड पर होगी हर दिन अलग रंग की चादर, 17 को एल्गिन से होगी शुरुआत
मरीज के बेड पर होगी हर दिन अलग रंग की चादर, 17 को एल्गिन से होगी शुरुआत

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में एक नई शुरुआत हो रही है। मरीजों के बेड पर गंदे चादरों को बिछाने से रोकने अब कायाकल्प अभियान के तहत नई शुरुआत की जा रही है। अब प्रतिदिन के हिसाब से अलग रंग की चादर मरीज के बिस्तर पर बिछाई जाएगी, इससे संबंधितों द्वारा की जा रही लापरवाही पर रोक लग सकेगी।

कायाकल्प अभियान के क्वालिटी एश्योरेंस के तहत सरकारी अस्पतालों की छवि सुधारने की दिशा में इस रंगीन चादर के उपयोग का प्रयोग किया जा रहा है। वर्तमान में अस्तपालों में सफेद रंग की चादरें बिछाई जाती हैं, जो कि जल्दी गंदी होती हैं। अधिकांशत: अस्पतालों में चादरों को रोज बदलने के काम में लापरवाही होती है, जिसके कारण मरीजों को कई दिन की एक ही चादर पर लेटने की मजबूरी होती है। 17 सितंबर को एल्गिन अस्पताल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा हाई डिपेंडेंसी यूनिट की शुरुआत के साथ ही इन रंगीन चादरों को बिछाए जाने के कार्य का भी प्रारंभ करेंगे।

8 नर्सें मिलेंगी
इस यूनिट के लिए विभाग द्वारा आठ नर्सों की नियुक्ति एल्गिन अस्पताल में की जा रही है, जिन्हें मेडिकल कालेज अस्पताल में एक सप्ताह प्रशिक्षण दिए जाने की संभावना है।

किस दिन किस रंग की चादर
कायाकल्प अभियान के तहत शुरू हो रही रंगीन चादर बिछाने की योजना में हर दिन के लिए खास रंग की चादर को तय किया गया है। इसके तहत अब रोज चादर बदलना अनिवार्य हो जाएगा।
सोमवार- गोल्डन यलो
मंगलवार- नेवी ब्लू
बुधवार- ब्रिलिएंट रेड
गुरूवार- ब्रिलिएंट यलो
शुक्रवार- मरून
शनिवार-  ग्रे
रविवार- ब्रिलिएंट ग्रीन

दिल्ली में ऑनलाइन देखी जाएगी गर्भवती को दिए जा रहे ट्रीटमेंट की सारी जानकारी
सरकारी अस्पतालों के लेबर रूम में गर्भवती महिला को दिए जा रहे इलाज के साथ ही उसकी पल्स, ब्लड प्रेशर आदि की जानकारी अब दिल्ली, भोपाल में ऑनलाइन देखी जाएगी। प्रसव के दौरान नवजात व शिशु मातृदर को कम करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग आसमान प्रोजेक्ट शुरु कर रहा है। अगले महीने से शुरु हो रहे इस प्रोजेक्ट में सिर्फ लेबर रूम को ही फोकस किया गया है, इसमें गर्भवती केसंबंध में सारी जानकारी टेबलेट के माध्यम से तत्काल अपलोड की जाएगी।

ई-हॉस्पिटल योजना के तहत देश के सभी सरकारी अस्पतालों में इस प्रोजेक्ट के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके तहत लेबर रूम में मोबाइल टेबलेट द्वारा आसमान एप में प्रसूता एवं नवजात शिशु की सारी जानकारी अपलोड की जाएगी। पिछले दिनों रांझी अस्पताल में इस संबंध में संबंिधत डॉक्टर व स्टाफ को एप के संबंध में जानकारी दी गई। इस अवसर पर अस्पताल प्रभारी डॉ. एके सक्सेना, प्रसव कक्ष प्रभारी डॉ. आशीष राज व अन्य चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ मौजूद था।

Created On :   8 Sep 2018 8:12 AM GMT

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