अब नाव से भी कर सकेंगे माँ नर्मदा की परिक्रमा

Now Narmada can revolve by boat
अब नाव से भी कर सकेंगे माँ नर्मदा की परिक्रमा
अब नाव से भी कर सकेंगे माँ नर्मदा की परिक्रमा

लहरों पर सफर - अमरकंटक से भरूच तक की यात्रा पर निकला तीन सदस्यीय दल जबलपुर पहुँचा, पर्यटन को बढ़ावा देने युवाओं ने शुरू की अनूठी पहल, बरगी डैम  में हुआ अभिनंदन
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
नर्मदा विश्व की एक मात्र ऐसी नदी हैं जिनकी परिक्रमा की जाती है। शास्त्रों में इसका बड़ा महत्व भी बताया गया है। सदियों से लोग पैदल या वाहन से नर्मदा की परिक्रमा  करते आ रहे हैं, लेकिन बड़ौदा गुजरात के देवांग खरोद 55 वर्षीय, पुणे महाराष्ट्र के विजय सोनी 48 वर्षीय और भरूच गुजरात के जितेन्द्र पटेल 65 वर्षीय ने नर्मदा में साहसिक पर्यटन के बढ़ावे को लेकर कैनोराइड (वॉटर स्पोट्र्स में सिंगल व्यक्ति द्वारा चप्पू के जरिए चलाई जाने वाली नाव) से नर्मदा परिक्रमा आगाज करके एक नया विकल्प पेश किया है। वे नाव से नर्मदा परिक्रमा कर रहे हैं। इसे टूरिज्म के साथ युवाओं को प्रकृति से जोडऩे का एक नया अध्याय भी माना जा रहा है।
....और आगे निकल गया कारवां 
जबलपुर जिले की सीमा पर पहुँचने वाले इस दल का मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक एसपी सिंह, कार्यपालन यंत्री दिलीप श्रीवास्तव, मैकल रिसोर्ट बरगी के प्रबंधक जावेद मंसूरी, दीपक दवे व स्टाफ द्वारा स्वागत किया गया। बरगी डैम से निकलने के बाद यह दल पुन: नदी के रास्ते आगे की यात्रा पर निकला।
प्रकृति का देखा अद्भुत रूप 
अमरकंटक से 19 फरवरी को यात्रा शुरू करने वाला यह तीन सदस्यीय दल मंगलवार को मंडला होते हुए जबलपुर के बरगी डैम पहुँचा और अब तक की गई अपनी यात्रा के अनुभव उन्होंने शेयर किए। देवांग, विजय और जितेन्द्र का कहना है कि उन लोगों ने गंगा नदी में सोर्स टू सी एक्सप्रेशन गंगा यात्रा की थी, इसी दौरान उन्हें सोर्स टू सी एक्सप्रेशन नर्मदा यात्रा करने का विचार आया, जिसको लेकर उन्होंने यह यात्रा शुरू की है। नर्मदा परिक्रमा करने वाले दल का कहना था कि अमरकंटक से बरगी डैम के बीच उन्हें नर्मदा नदी में कई ऐसे टापू और किनारे मिले, जहाँ प्रकृति के अद्भुत स्वरूप हैं, इन स्थानों पर  वॉटर स्पोट्र््स की अपार संभावनाएँ हैं। 

Created On :   10 March 2021 2:43 PM IST

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