अब सूपाताल में तड़पकर मर रहीं मछलियाँ , गंदगी की वजह से पानी में कम हो गई ऑक्सीजन

Now the fish dying of torture in the pool, oxygen reduced in the water due to dirt
अब सूपाताल में तड़पकर मर रहीं मछलियाँ , गंदगी की वजह से पानी में कम हो गई ऑक्सीजन
अब सूपाताल में तड़पकर मर रहीं मछलियाँ , गंदगी की वजह से पानी में कम हो गई ऑक्सीजन

विडंबना - लाखों रुपए खर्च के बाद भी हर तरफ गंदगी, गटर में तब्दील हो गया तालाब
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
 सूपाताल तालाब में पिछले कुछ दिनों से लगातार मछलियों की मौत हो रही है। सोमवार को यहां बड़ी संख्या में मृत मछलियां उतराती हुई दिखीं। इससे क्षेत्र में हड़कम्प का माहौल रहा। लोगों का कहना है कि तालाब का पानी प्रदूषित हो चुका है। पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बेहद कम हो गई है। इसी वजह से सैकड़ों की संख्या में मछलियों का दम घुट रहा है। वे तड़पती हुई दिखती हैं। कुछ देर बाद उनमें हरकत होनी बंद हो जाती है और वे मर जाती हैं। लोगों का आरोप है कि यहां विकास के नाम लाखों रुपए फूंके गए। तालाब के आसपास कांक्रीट का जंगल तो खड़ा कर दिया गया लेकिन पानी की सफाई के लिए कुछ नहीं किया गया।  सूपाताल में पर्यटन विकास निगम से लेकर नगर निगम ने पिछले 15-20 सालों में लाखों रुपए खर्च किए और तालाब के पास कैफेटीरिया से लेकर वॉकिंग ट्रैक तक बना दिए गए लेकिन जिस पानी के चलते तालाब का अस्तित्व है उसकी सफाई के लिए कुछ नहीं किया गया, यही कारण है कि पिछले कई दिनों से यहाँ मछलियों की मृत्यु लगातार हो रही है। 
तालाब में समा रही गंदगी 
 सूपाताल तालाब में कई घरों के टॉयलेट से निकलने वाली गंदगी और पानी सीधे तालाब में जा रहा है साथ ही आसपास रहने वाले अपने घरों से निकलने वाला कचरा भी तालाब में ही फेंक देते हैं जिससे तालाब का पानी प्रदूषित हो गया है और पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बेहद कम हो गई है।  प्रदूषित पानी भूमिगत जल को भी प्रदूषित कर रहा है। आसपास के जिन भी घरों में भूमिगत जल का उपयोग किया जा रहा होगा वे भी एक तरह से जहरीले पानी का सेवन कर रहे हैं और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा। 
इनका कहना है
तालाब का पानी रुका हुआ होता है इसलिए बेहद सावधानी की जरूरत होती है और इसमें किसी भी तरह का कचरा, गंदा पानी नहीं जाना चाहिए। सूपाताल तालाब में भी ऐसा ही हुआ होगा तभी मछलियों की मृत्यु हुई। इस मामले की जाँच कराई जाएगी और फिर उचित कार्रवाई होगी। 
आलोक जैन, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण मंडल
 

Created On :   1 Jun 2021 4:58 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story