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अब हर दिन बदली जाएंगी सरकारी अस्पाताल की बेडशीट

डिजिटल डेस्क, सतना। आमतौर पर गंदगी को लेकर बदनाम सरकारी अस्पताल में भर्ती रहने वाले मरीजों के लिए एक खुशखबरी है। यह ऐसी खुशखबर है, जिसको जानने के बाद मरीजों के परिजन अपने घर से चादर लाना भूल जाएंगे। जी हां, ज्यादातर मरीज अब तक पलंग में बिछाने के लिए अपने घरों से बेडशीट लाते थे, मगर इस खबर के बाद इससे तौबा कर लेंगे। दरअसल, सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय के वार्डों के पलंगों में बिछी बेडशीट से उस दिन का अंदाजा लगा लेंगे। यानि बेडशीट बताएगी कि आज का दिन कौन सा है। गौरतलब है कि जिला अस्पताल को 1 बार कायाकल्प अभियान के तहत प्रथम तो दो बार द्वितीय पुरस्कार मिल चुके हैं। इसके अलावा यह प्रदेश का इकलौता डिस्ट्रिक्ट अस्पताल भी है जिसे नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट मिला है।
पुरानी चादरों को अलविदा
जिला अस्पताल में मरीजों के बिस्तरों पर बिछने वाली मैली-कुचैली चादरों के दिन लद गए। मरीजों और उनके परिजनों के नाक-भौं सिकोडने का सिलसिला भी खत्म हो गया। इसका कारण है नई चादरें। ये ऐसी-वैसी चादरें नहीं हैं इनमें पूरे सप्ताह भर के दिनों का बड़े-बड़े अक्षरों में प्रिण्ट किया गया है। चादरों के बीचों-बीच लिखे दिन को आप दूर से ही देख और पढ़ सकते हैं। 400 बिस्तरों के हिसाब से 2 हजार 800 चादरों को स्वास्थ्य संचालनालय ने जिला अस्पताल के सुपुर्द किया है। पूरे हफ्ते भर के लिए अलग-अलग चादरें। मिसाल के तौर पर सोमवार को जो बेडशीट मरीज के पलंग में बिछेगी उसमें साफ-साफ अक्षरों में सोमवार छपा होगा।
सफाई के लिए 12 लाख की लॉन्ड्री
चादरों समेत जिला अस्पताल में इस्तेमाल होने वाले कपड़ों को साफ करने के लिए 12 लाख रुपए की कीमत की भारी-भरकम लॉन्ड्री पहले से मौजूद है। यह लॉन्ड्री पंजाब से करीब 4 वर्ष पहले मंगाई गई थी। इसमें धोने, सुखाने तथा इस्त्री करने का पूरा साजोसामान है। कपड़ों को धोने के लिए 3 कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। आधुनिक लॉन्ड्री होने के कारण जिला अस्पताल के कपड़े स्वच्छ रहने लगे हैं।
9 माह में 44 हजार से ज्यादा मरीज भर्ती
9 माह के दरमियान यहां 44 हजार 442 मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया गया। चालू वित्तीय वर्ष के माह अप्रैल से लेकर दिसम्बर 2018 तक दस्तावेजों के मुताबिक जिले के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल में प्रतिदिन 165 मरीजों के भर्ती हुए हैं। एक्सीलेंस हॉस्पिटल में कर्वी, पन्ना जिले के मरीज भी भर्ती होने आते हैं। इस बीच ओपीडी के माध्यम से 2 लाख 77 हजार 293 मरीजों का उपचार किया गया। यहां 2 हजार 990 बड़े ऑपरेशन हुए जबकि 4 हजार 880 मरीजों की माइनर सर्जरी भी की गई। 6 हजार 70 महिलाओं के प्रसव सामान्य हुए तो 1 हजार 881 महिलाओं की डिलेवरी सीजे़रियन से करानी पड़ी।
इनका कहना है
यह सही है कि डायरेक्ट्रेट ने पलंगों में बिछाने हर दिन के लिए अलग-अलग चादरें भेजी हैं। कुल 2800 बेडशीट मिली हैं। अब पलंगों में पुरानी चादरों को नहीं बिछाया जाएगा। बेडशीट से आप अंदाजा लगा पाएंगे कि कौन सा दिन है।
डॉ. एसबी सिंह
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
Created On :   28 Jan 2019 2:19 PM IST