पेड़ के साथ ओएचई लाइन ट्रैक पर गिरी, दर्जनों ट्रेनें प्रभावित

OHE line falls on track along with trees, more then dozen trains affected
पेड़ के साथ ओएचई लाइन ट्रैक पर गिरी, दर्जनों ट्रेनें प्रभावित
पेड़ के साथ ओएचई लाइन ट्रैक पर गिरी, दर्जनों ट्रेनें प्रभावित

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जबलपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर नरसिंहपुर रेल लाइन पर विक्रमपुर में तेज हवा और आंधी  के कारण  पेड़ के साथ ओएचई लाइन रेल ट्रैक पर गिरने से एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का आवागमन रुक गया। इस दौरान  मालगाडिय़ों का आवागमन भी प्रभावित हो गया। करीब सवा  चार घंटे तक यातायात बाधित रहा और इस दौरान यात्री परेशान होते रहे। युद्ध स्तर पर किए गए सुधार कार्य की वजह से रात करीब पौने 8 बजे रेल यातायात फिर से शुरू हो पाया। 

इस संबंध में महानगरी एक्सप्रेस से यात्रा करने वाले  रेल यात्रियों ने जानकारी दी है कि दोपहर करीब साढ़े 3 बजे के लगभग विक्रमपुर स्टेशन के पास तेज हवा के कारण ट्रैक के पास लगा एक पेड़, टूटकर पहले इलेक्ट्रिक लाइन पर गिरा और खम्बे समेत डाउन लाइन पर गिर गया। यह तो अच्छा हुआ कि इस हादसे की जानकारी महानगरी के चालक को मिल गई, जिसके कारण ट्रेन को पहले ही रेाक लिया गया। इसके पीछे आ रही ट्रेनों को भी गोटेगांव एवं नरसिंहपुर में रोक लिया गया। इन ट्रेनों में संघमित्रा, एलटीटी-वाराणसी, जनता एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शामिल हैं। कई ट्रेनों को भेड़ाघाट और भिटौनी स्टेशनों पर ही रोक दिया गया। 

बड़ा हादसा टला 
यह पहली घटना नहीं है जब ओएचई लाइन टूट कर ट्रैक पर गिरी है। इससे पहले भी कई और घटनाएं हो चुकी हैं। हाल ही में इंजन में ओएचई वायर टूट कर लिपट गया था। बताया जाता है कि ओएचई लाइन के अलावा खम्भा भी टूट गया था। उसके कारण डाउन लाइन का ट्रैक बाधित हो गया था। यदि यह हादसा ट्रेन गुजरने के दौरान होता तो यात्रियों की जान भी जा सकती थी। 

पानी भी नसीब नहीं हुआ
रेल प्रशासन के अनुसार ट्रैक पर पेड़ व ओएचई लाइन गिरने की जानकारी मिलते ही रेलवे की टीम वहां भेजी गई फिर  तेजी से सुधार कार्य किया गया, जिसके कारण सवा 4 घंटे के भीतर ही ट्रेनों की आवाजाही फिर से शुरू हो पाई। सुधार कार्य पूरा होते ही पहले यात्री ट्रेनों को रवाना किया गया और फिर मालगाडिय़ों की आवाजाही शुरू की गई।  इस घटना के कारण ट्रेनें चार से पांच घंटे विलंब से चलीं। इसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्रियों का कहना था कि जिस जगह पर ट्रेनों को रोका गया वहां पानी भी नसीब नहीं हुआ।

 

Created On :   30 April 2018 1:37 PM IST

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