मुख्यमंत्री के पत्र की भाषा पर राज्यपाल ने कहा- धमकी भरे शब्दों से हूं निराश

On language of the CMs letter, Governor said - I am disappointed by the threatening words
मुख्यमंत्री के पत्र की भाषा पर राज्यपाल ने कहा- धमकी भरे शब्दों से हूं निराश
जताया एतराज मुख्यमंत्री के पत्र की भाषा पर राज्यपाल ने कहा- धमकी भरे शब्दों से हूं निराश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानमंडल के शीतकालिन सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच हुए पत्राचार से मुख्यमंत्री और राजभवन के रिश्ते और खराब हुए हैं। मुख्यमंत्री को लिखे जवाबी पत्र में राज्यपाल ने सीएम के पत्र की भाषा को लेकर नाराजगी जताई है। 

मुख्यमंत्री के नाम राज्यपाल का पत्र 

•    मैंने संविधान के अनुच्छेद 159 के तहत संविधान की रक्षा व उसके संरक्षण की की शपथ ली है।

•    विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के संशोधित नियमों के अनुसार इस चुनाव को कराने की सहमति इस स्तर पर असंवैधानिक और अवैध लगती है और इसलिए प्रथम दृष्टया अनुमति नहीं दी जा सकती है।

•    महाराष्ट्र विधान सभा नियम 6 और 7 में व्यापक रूप से संशोधन किया गया है। इस प्रकार, इन दूरगामी सुधारों के परिणामों की कानूनी रूप से जांच की जानी चाहिए।

•    मैंने सदन के संचालन/कार्यवाही और उसके विशेषाधिकार पर कभी सवाल नहीं उठाया है। पर पहली नज़र में मुझ पर चुनाव प्रक्रिया के लिए सहमति देने दबाव नहीं डाला जा सकता है।

•    पत्र का लहजा राज्यपाल के सर्वोच्च संवैधानिक पद की अवमानना करने वाला और तिरस्कारपूर्ण है। आपके पत्र में असंगत स्वर और धमकी भरे शब्दों को देखकर मैं व्यक्तिगत रूप से दुखी और निराश हूं।

मुख्यमंत्री के पत्र में क्या?

इसके पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी को पत्र लिखा ता। जिसमें कहा गया था कि राज्यपाल के रूप में आपको विधान परिषद द्वारा बनाए गए कानूनों की जांच करने का अधिकार नहीं है। संवैधानिक कानून राज्यपाल के दायरे में नहीं आते हैं। श्रीमान राज्यपाल को अनावश्यक समय इस अध्ययन में नहीं लगाना चाहिए कि यह कानूनी है या नहीं? मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से विधानसभा चुनाव कराने का आग्रह करते हुए पत्र में कहा था इस मामले में आपके हस्तक्षेप का संबंध ही नहीं आता। 

 

Created On :   29 Dec 2021 8:50 PM IST

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