साल के पहले दिन ही 250 से सीधे 18 पर आया रजिस्ट्री का आँकड़ा

On the first day of the year, the data of the registry came directly from 18 to 250
साल के पहले दिन ही 250 से सीधे 18 पर आया रजिस्ट्री का आँकड़ा
साल के पहले दिन ही 250 से सीधे 18 पर आया रजिस्ट्री का आँकड़ा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । नये साल की शुरूआत रजिस्ट्री कार्यालय के लिए अच्छी नहीं रही, पहले ही दिन जो रजिस्ट्री का आँकड़ा एक दिन पहले तक ढाई सौ के पार पहुँच रहा था, वहीं शुक्रवार को यह आँकड़ा सेंसेक्स की तरह धड़ाम से नीचे गिरते हुए 18 पर पहुँच गया। इसका असर आय पर भी पड़ा। कम पंजीयन होने से राजस्व में भी जबरदस्त गिरावट आई। शासन द्वारा स्टाम्प शुल्क पर 2 प्रतिशत की छूट दी जा रही थी। इससे रजिस्ट्री कराने वालों को फायदा हो रहा था। यही कारण है कि दिसंबर माह में ही रजिस्ट्री की संख्या एकदम से बढ़ गई थी। 31 दिसंबर तक हर दिन पंजीयन की संख्या ढाई सौ से ज्यादा रही, लेकिन 1 जनवरी को यही संख्या कम हो गई। अब फिर से पंजीयन कराने में 2 प्रतिशत की छूट खत्म होने से स्टाम्प शुल्क साढ़े 9 फीसदी चुकाना पड़ेगा। 
नये साल में बढ़ती है संख्या
पिछले कुछ वर्षों का अगर रिकॉर्ड देखा जाए तो हर बार नये साल की शुरूआत में रजिस्ट्री की संख्या बढ़ती थी, इसके पीछे का कारण यह था कि लोगों को यह लगता था कि नये साल के पहले दिन अगर सम्पत्ति का क्रय-विक्रय करते हैं तो पूरे साल यह स्थिति बनी  रहेगी, जिससे लोग रजिस्ट्री कराते थे और आँकड़ा बढ़ता था, लेकिन इस बार रजिस्ट्री की संख्या अचानक से बहुत कम हो गई है। 
40 करोड़ की हुई आय
शासन द्वारा स्टाम्प शुल्क में दी गई 2 प्रतिशत छूट के कारण जिले के पंजीयन कार्यालय एक नंबर में 2114 दस्तावेजों के पंजीयन हुए और लगभग 19 करोड़ की आय हुई। इसी तरह अंधुआ स्थित पंजीयन आफिस में 2516 डॉक्यूमेंट पंजीकृत हुए और विभाग को यहाँ से लगभग 21 करोड़ का राजस्व मिला।

Created On :   2 Jan 2021 3:05 PM IST

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