डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची के सिर पर 15 किलो का पत्थर बाँधकर फेंका था -40 दिन बाद कुएँ में मिली लापता बच्ची का शव

One and a half year old innocent girl was tied with a 15 kg stone thrown on her head
डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची के सिर पर 15 किलो का पत्थर बाँधकर फेंका था -40 दिन बाद कुएँ में मिली लापता बच्ची का शव
डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची के सिर पर 15 किलो का पत्थर बाँधकर फेंका था -40 दिन बाद कुएँ में मिली लापता बच्ची का शव

डिजिटल डेस्क जबलपुर । तिलवारा थाना क्षेत्र के भैरोनगर क्रेशर बस्ती में रहने वाली डेढ़ वर्ष की मासूम देविका का रहस्यमय ढँग से करीब 40 दिन पूर्व 16 जनवरी की रात घर से  अपहरण कर लिया गया था। अपने माता-पिता के बीच में सो रही मासूम बच्ची के गायब होने के बाद से लगातार उसकी तलाश की जा रही थी। बुधवार को अपराह्न क्षेत्र में रहने वाले एक बच्चे ने कुएँ में एक बच्ची का पैर देखा और लोगों को सूचना दी। सूचना लगते ही पुलिस मौके पर पहुँची और कुएँ से लाश निकाली गई, जिसकी पहचान देविका के रूप में की गई है। बच्ची के सिर में करीब 15 किलो का पत्थर बाँधकर शव को कुएँ फेंका गया था। 
सूत्रों के अनुसार 17 जनवरी को भैरव नगर क्रेशर बस्ती निवासी मोनू बाल्मीक और उसकी पत्नी प्रीति ने परिजनों के साथ थाने पहुँचकर अपनी दुधमुँही बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मासूम बच्ची का अपहरण होने का मामला दर्ज कर पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी रही। इस दौरान परिवार के करीबियों सहित दो दर्जन संदेहियों से पूछताछ की गई थी, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं लग सका था। बच्ची के पिता मोनू ने बताया कि दोपहर 1 बजे के करीब मोहल्ले में रहने वाले बच्चे ने बताया कि कुएँ में किसी का पैर नजर आ रहा है। उसके बाद लोगों की भीड़ जमा हो गयी और सूचना पर पहुँची पुलिस ने आनन-फानन में शव को कुएँ से बाहर िनकलवाया। शव की पहचान देविका के रूप में की गई है। शव बुरी तरह सड़ चुका था और सिर पर पत्थर बँधा होने के कारण मामला हत्या का नजर आने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 
पहाड़ी पर मिले थे कपड़े 
मासूम बच्ची का अपहरण होने पर विभिन्न संगठनों व क्षेत्रीय लोगों द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद पुलिस द्वारा मामले में हर ऐंगल से जाँच करते हुए बच्ची की तलाश शुरू की गई थी। तलाशी के दौरान बच्ची के कपड़े पहाड़ी से बरामद किए गये थे। 
जाँच में कोताही उजागर
बच्ची का शव मिलने के बाद क्षेत्र में इस बात को लेकर चर्चा होती रही कि मृतिका के घर से कुछ दूरी पर स्थित कुएँ को पुलिस द्वारा पहले ही खाली करवाकर देखा गया होता तो पहले ही लाश मिल चुकी होती और अब तक आरोपी भी पुलिस गिरफ्त में होते, कुआँ खाली न कराए जाने से जाँच में पुलिस की कोताही उजागर हो रही है।
रंजिश के चलते की गई वारदात 
कुएँ से बच्ची की लाश बरामद होने के बाद अब पुलिस परिजनों से पूछताछ करेगी। प्रारंभिक जाँच में यह संभावना जताई जा रही है कि परिवार से रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया है। इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस अब  नये सिरे से जाँच करते हुए परिजनों से पूछताछ करेगी। 
परिजनों को नहीं लगी भनक 
16 जनवरी की रात को माता-पिता के साथ सो रही बच्ची जब गायब हुई थी उस दौरान परिवार में दादा दशरथ, दादी कौशल्या बाई और बुआ भी उसी घर में मौजूद थे, लेकिन किसी को भनक नहीं लग सकी थी। बच्ची को उठाकर ले जाने वाले ने मकान के पीछे तोड़ी गई दीवार में जमा की गई ईंट हटाकर कमरे में प्रवेश किया था और बच्ची को उठाकर ले गया था। 
नये सिरे से होगी जाँच 
ट्टलापता मासूम बच्ची की लाश उसके घर के पीछे बने एक कुएँ से बरामद की गयी है। शव की हालत देखकर यह प्रतीत होता है कि बच्ची को घटना दिनांक को ही कुएँ में फेंक दिया गया था, इसका खुलासा पीएम रिपोर्ट आने पर हो सकेगा। इस मामले में नये सिरे से जाँच कराई जाएगी।  
 -शिवेश सिंह बघेल, एएसपी ग्रामीण 
कई बार हुई रिहर्सल 
मासूम बच्ची की पतासाजी के लिए पुलिस ने काफी मशक्कत की, इस मामले की जाँच के लिए एसपी समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे थे और कई बार रिहर्सल करायी गई और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे खँगाले जाने के बाद भी देविका का कोई सुराग नहीं लग सका था। यह घटना पुलिस के लिए एक पहेली बनती जा रही थी। 

 

Created On :   27 Feb 2020 1:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story