कोरोना की तीसरी लहर से निपटने मेडिकल कॉलेज में बढ़ाए जाएंगे ऑक्सीजन आईसीसीयू-श्री सारंग

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने मेडिकल कॉलेज में बढ़ाए जाएंगे ऑक्सीजन आईसीसीयू-श्री सारंग


 डिजिटल डेस्क जबलपुर। चिकित्सा शिक्षा मंत्री  विश्वास सारंग ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने मेडिकल कॉलेज में की जा रही तैयारियों की आज यहां आयोजित बैठक में समीक्षा की। श्री सारंग ने मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन आईसीसीयू, एचडीयू और आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि तीसरी लहर का बच्चों पर ज्यादा प्रभाव पडऩे की बताई जा रही आशंका के मद्देनजर पीडियाट्रिक आईसीयू बेड की संख्या भी बढ़ाई जाये तथा संक्रमित होने पर बच्चों के साथ मां या उसके अभिभावक के रहने के प्रबंध भी किये जायें। मेडिकल कॉलेज में डीन कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में पाटन विधायक  अजय विश्नोई, सिहोरा विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी, जबलपुर केंट के विधायक   अशोक रोहाणी एवं पनागर विधायक  सुशील तिवारी इंदु, संभागायुक्त एस. चंद्रशेखर, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार तथा मेडीकल कॉलेज के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने मेडिकल कॉलेज में की गई व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए इसके लिए तैयार किये गये प्लान की विस्तृत रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को भोपाल भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कोरोना की तीसरी  लहर से निपटने किये गये इंतजामों के साथ-साथ मरीजों की संभावित संख्या और शासन से मेडीकल कॉलेज की अपेक्षाओं का भी समावेश किया जाये।
श्री सारंग ने मेडीकल कॉलेज में वेंटीलेटर, पीडियाट्रिक वेंटीलेटर, ऑक्सीजन कांसनट्रेटर एवं उपलब्ध मानव संसाधन का भी विस्तार से ब्यौरा लिया। उन्होंने मेडिकल कालेज में तीसरी लहर से निपटने तैयार किये गये नॉन ऑक्सीजन बिस्तरों को भी ऑक्सीजन बेड में परिवर्तित करने का सुझाव दिया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की तथा कोरोना मरीजों के उपचार के लिए दवाओं की उपलब्धता की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ से तीसरी लहर के मद्देनजर प्रशिक्षण पर भी ज्यादा जोर दिया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बैठक में बताया कि कोरोना मरीजों के उपचार में आवश्यक दवाओं की खरीदी प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए शासन द्वारा आईटी बेस्ड प्रोक्योरमेण्ट सिस्टम तैयार किया गया है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मरीजों के उपचार की व्यवस्थाओं तथा दवाओं की उपलब्धता की जानकारी भी बैठक में ली। श्री सारंग ने कहा कि ब्लैक फंगस के कारणों को जानने के लिए मेडिकल कॉलेज द्वारा स्टडी रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए।
 

 

Created On :   18 July 2021 8:50 PM IST

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