मार्केटिंग फेडरेशन के 114 केंद्रों पर होगी धान खरीदी, 3-4 दिन करना पड़ेगा इंतजार 

Paddy will be purchased at 114 centers of Marketing Federation
मार्केटिंग फेडरेशन के 114 केंद्रों पर होगी धान खरीदी, 3-4 दिन करना पड़ेगा इंतजार 
गोंदिया मार्केटिंग फेडरेशन के 114 केंद्रों पर होगी धान खरीदी, 3-4 दिन करना पड़ेगा इंतजार 

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में खरीफ मौसम के लिए शासन की ओर से 39 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन यह लक्ष्य अब तक शासकीय धान खरीदी केंद्रों को नहीं मिला है कि, उन्हें इस सीजन में कितना धान खरीदना है। हालांकि किसानों के लिए राहत की एक बात यह है कि, पहले मार्केटिंग फेडरेशन के 107 धान खरीदी केंद्रों पर शासकीय धान की खरीदी की जाती थी जिनकी संख्या बढ़ाकर अब 114 कर दी गई है। पता चला है कि, जिला मार्केटिंग फेडरेशन ने धान खरीदी केंद्रों को खरीदी के लिए दिए जाने वाले लक्ष्य और शासन द्वारा भेजी गई सूची ऑनलाइन पोर्टल पर मैच नहीं होने के कारण धान खरीदी में विलंब हो रहा है। किसानों को समर्थन मूल्य से कम दर उनके उत्पादन की न मिले इस उद्देश्य से जिले में मार्केटिंग फेडरेशन एवं आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से धान की खरीदी की जाती है। शासन द्वारा अब संस्थाओं को धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित कर दिया जाता है। जिसके चलते अब केंद्र निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की खरीदी नहीं कर सकते। फिलहाल खरीफ मौसम की हल्की प्रजाति के धान की कटाई एवं चुराई का काम लगभग पूरा होने पर आ रहा है। किसान अपना धान बिक्री के लिए बाजार में लाने लगे है, लेकिन शासकीय धान खरीदी केंद्र शुरू न होने के कारण उन्हें कम दरों पर व्यापारियों को अपनी उपज बेचनी पड़ रही है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2040 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया है, लेकिन प्रत्यक्ष में बाजार में किसानों का धान 1600 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदे जाने की जानकारी मिली है। 

जिला मार्केटिंग फेडरेशन ने इससे पूर्व एक नवंबर से धान की खरीदी शुरू करने के आदेश देने की बात कही थी, लेकिन ऑनलाइन पोर्टल पर धान खरीदी का लक्ष्य मैच नहीं होने से तकनीकी कठिनाई निर्माण हो गई है। जिसके चलते जिले के किसानों को अपने धान की केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर शासकीय धान खरीदी केंद्रों में बिक्री करने के लिए अभी भी 3 से 4 दिन का इंतजार और करना पड़ सकता है। इस वर्ष खरीफ मौसम के धान की खरीदी के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है, ताकि किसान नजदीकी धान खरीदी केंद्रों पर अपने धान की बिक्री कर सके, लेकिन पता चला है कि, हमेशा की तरह इस बार भी धान खरीदी केंद्र राजनीतिक नेताओं के सपीप के लोगों को ही बांटे गए हैं, लेकिन एक बात तो तय दिखाई दे रही है। वह यह है कि, शासकीय धान खरीदी केंद्र शुरू करने में जितना विलंब होगा, उतना निजी व्यापारियों का लाभ एवं छोटे किसानों का नुकसान होगा। 

पंजीयन में गोंदिया जिला नंबर वन पर

पंजीयन करने वाले किसान ही अपने धान की बिक्री केंद्रों पर कर सकते हैं। पहले इसके लिए 10 नवंबर अंतिम तिथि तय की गई थी, लेकिन इस अवधि में सभी किसानों के पंजीयन का कार्य पूरा नहीं हो पाने के कारण अब समय सीमा में वृद्धि कर 30 नवंबर तक का समय रजिस्ट्रेशन के लिए दिया गया है। जिले में अब तक 90 हजार किसानों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जो राज्य में सर्वाधिक है। उसी प्रकार जो किसान किसी कारणवश केंद्र तक रजिस्ट्रेशन के लिए नहीं पहुंच सकते, ऐसे किसानों का ऑनलाइन पंजीयन उनके घर जाकर एॅप के माध्यम से किया जा रहा है। अब तक इस तरह 50 किसानों के रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। इसमें भी गोंदिया जिला राज्य में प्रथम है। एक या दो दिनों में धान खरीदी केंद्रों को इस मौसम में कितना धान खरीदना है। इसका लक्ष्य दे दिया जाएगा और तत्काल धान खरीदी शुरू हो जाएगी। 
- मनोज वाजपेयी, जिला मार्केटिंग अधिकारी, गोंदिया 

Created On :   11 Nov 2022 7:45 PM IST

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