कामनवेल्थ तलवारबाजी चैपियनशिप में पन्ना की बेटी प्रज्ञा सिंह ने जीता रजत पदक

Pannas daughter Pragya Singh won silver medal in Commonwealth Fencing Championship
कामनवेल्थ तलवारबाजी चैपियनशिप में पन्ना की बेटी प्रज्ञा सिंह ने जीता रजत पदक
 पन्ना कामनवेल्थ तलवारबाजी चैपियनशिप में पन्ना की बेटी प्रज्ञा सिंह ने जीता रजत पदक

डिजिटल डेस्क,  पन्ना। इग्लैण्ड में आयोजित राष्ट्रमण्डल (कामनवेल्थ) तलवारबाजी चैपियनशिप में पन्ना जिले की बेटी प्रज्ञा सिंह जूनियर महिला गु्रप में देश के लिये रजत पदक जीतकर लौटी है। १६ अगस्त को प्रज्ञा सिंह ने टीम के सदस्यों के साथ मिलकर तलवारबाजी एपी ईवेन्ट में रजत पदक हासिल किया है। कामनवेल्थ फेडारेशन द्वारा ०९ अगस्त से २० अगस्त तक चैपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। प्रज्ञा सिंह के साथ भारतीय जूनियर महिला एपी तलवारबाजी टीम ने चंड़ीगढ़ की काश्वी गर्ग हरियाणा की तनिक्षा खत्री, महराष्ट्र की ज्ञानेश्वरी खत्री शामिल रहीे। प्रज्ञा सिंह कामनवेल्थ फेंसिंग फेडारेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रमण्डल तलवारबाजी प्रतियोगिता में टीम के साथ रजत पदक जीतने के बाद स्वदेश लौटने के बाद भोपाल स्थित अपनी फेंसिंग अकेडमी पहँुच चुकी है। प्रज्ञा सिंह की टीम को फेसिंग चैपियनशिप में रजत पदक प्राप्त होने की जानकारी लगने पर प्रदेश के साथ पन्ना जिले के लोगो द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की जा रही है। प्रज्ञा सिंह इसके पूर्व २४ फरवरी से ०३ मार्च तक उज्बेकिस्तान में एशियन फेसिंग चैपियनशिप में महिला जूनियर वर्ग में भी सिल्वर मेडल जीत चुकी है। अन्तर्राराष्ट्रीय स्तर पर प्रज्ञा सिंह का यह दूसर सिल्वर मेडल है। प्रज्ञा सिंह अब राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ११ पदक जीत चुकी है। 
ऐसे रहा पदक का सफर   
कामनवेल्थ चैपियनशिप में के विभिन्न इवेन्ट में ३५ से अधिक देशों के १००० अधिक खिलाड़ी शिरकत कर रहे है। भारतीय जूनियर महिला एपी तलवारबाजी की टीम ने क्वाटर फाइनल में न्यूजीलेण्ड को ४५-४० से हराया और सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया को ४५-३९ से मात दी। फाइनल मैच में भारतीय टीम का मुकाबला इग्लैण्ड से हुआ। जिसमें ३६-४७ से वह हार गई 
पवई तहसील के निवारी के किसान की बेटी है प्रज्ञा सिंह  
दुनिया में बेशकीमतों हीरों के लिये प्रसिद्ध पन्ना जिले की प्रज्ञा सिंह तलवारबाजी में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में अपनी प्रतिभा सिद्ध कर जिले को एक ओर नई पहचान दी है। एशियन फेसिंग चैपियनशिप और कामनवेल्थ फेसिंग चैपियनशिप की प्रतियोगिता से देश को ०२ रजत पदक दिलाने वाली प्रज्ञा सिंह पन्ना जिले पवई तहसील के निवारी गांव के रहनी वाली मध्यवर्गीय किसान नरेन्द्र सिंह चौहान की बेटी है। १८ वर्षीय प्रज्ञा अपने पिता की चौथी पुत्री है गांव की बेटी छह साल पूर्व तलवारबाजी होती क्या हेै यह भी नही जानती थी। बड़ी बहिन ससुराल वालो ने मध्य प्रदेश टैलेन्ट सर्च के बारे में बताया जिसे वह फेसिंग एकेडमी के लिये चयनित हुई। इसके बाद जब उन्होने तलवार पकड़ी तो हौसला अभ्यास से मजबूत होता गया। इस दौरान कुछ ऐसा वक्त बीच आया कि जब उनकी माँ की मौत हुई तो प्रज्ञा को कुछ समझ में नही आ रहा था कि खेल, खेल पाएगी कि नही तब उनके दादाजी एवं पिताजी ने समझाया तो वह भोपाल अपनी अकेडमी लौट गई और खूब मेहनत की जिससे प्रज्ञा सिंह के जीवन में सफलता लगातार कदम चूमने लगी है।  
ओलम्पिक में देश के लिए खेलकर पदक जीतना चाहती हैं प्रज्ञा सिंह
कामनवेल्थ फैसिंग चैम्पियनशिप में भारतीय जूनियर महिला टीम में देश के लिए रजत पदक लेकर लौटी प्रज्ञा सिंह इंग्लैण्ड से वापिस भोपाल स्टेट फैसिंग एकेडमी पहुंच चुकी हैं। सफलता से उत्साहित प्रज्ञा अपनी एशियार्ड गेम्स के लिए तैयारियों में लग गईं हैं। उन्होंने बताया कि सिलेक्शन के लिए वह अपने कोच के मार्गदर्शन में अपनी पूरी क्षमता के साथ तैयारी कर रहीं हैं। वह तलवारबाजी के लिए इस सपने के साथ आईं थीं कि वह ओलंपिक में खेलें और पदक के साथ देश का तिरंगा उनके हांथों में हो और इसी लक्ष्य को लेकर वह तलवारबाजी के अभ्यास में पिछले छ: सालों से पूरी मेहनत कर रहीं हैं। एक-दो दिन के लिए कभी-कभी अपने पवई स्थित ग्राम के घर पहुंच पातीं हैं। 

Created On :   20 Aug 2022 6:52 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story