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पशोपेश में आघाड़ी सरकार : पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के बाद अब परमबीर सिंह पर गिर सकती है गाज
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई पुलिस कमिश्नर को हटाए जाने की अटकलें और तेज हो गईं हैं, क्योंकि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी के तौर पर तैनात रजनीश सेठ से करीब एक घंटे चर्चा की है। माना जा रहा है कि सेठ को मुंबई की कमान सौंपी जा सकती है। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी कार बरामद होने के मामले में मुश्किल में फंसी आघाड़ी सरकार में मंगलवार को भी बैठकों का दौर जारी रहा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने सरकारी आवास वर्षा पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड, पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण और कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि सरकार किसी को बचा नहीं रही है और मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने इस मुद्दे पर गठबंधन में मतभेद की खबरों को गलत बताया और कहा कि सरकार में सब कुछ सही है। जबकि विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रविण दरेकर ने आशंका जताई है कि कुछ तो गड़बड़ है।
अजित ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि इस मामले में शामिल सभी लोगों की जांच की जाएगी। गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों ने इसे स्वीकार किया है। हम पूरे महाराष्ट्र को बताना चाहते हैं कि हम सब साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को पद से हटाने से जुड़े सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक सबूत नहीं मिलता किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन सरकार किसी का बचाव भी नहीं करेगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि किसको हटाना है किसको नियुक्त करना है यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कहा है कि किसी को मामले में बचाया नहीं जाएगा।
एक आईपीएस अधिकारी और शिवसेना नेता भी शक के घेरे में
पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी और निलंबन के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की कुर्सी खतरे में हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारंबे और संयुक्त आयुक्त (कानून व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटील से हालात पर चर्चा की थी। इस मामले में विपक्ष लगातार सिंह को लेकर सवाल कर रहा है। सीआईयू से विशेष शाखा में तबादले के बाद वाझे ने मुंबई पुलिस आयुक्त से पांच बार मुलाकात की थी और इस दौरान दोनों के बीच घंटों बातचीत हुई थी। एनआईए अधिकारियों का दावा है कि वाझे इस मामले में सिर्फ एक मोहरा हो सकता है। मामले में एक आईपीएस अधिकारी और शिवसेना नेता भी शक के घेरे में हैं।
दूसरी बार निलंबित
एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी कार खड़ी करने और अंबानी परिवार को पैसों के लिए धमकाने के मामले में गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को मुंबई पुलिस से निलंबित कर दिया गया है। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी चैतन्य एस ने सोमवार को जानकारी दी कि वाझे को विशेष शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने निलंबित करने का आदेश जारी है। ख्वाजा यूनिस हत्या मामले में निलंबन के 16 साल बाद पुलिस की नौकरी में वापस लिए गए वाझे को दूसरी बार निलंबित होना पड़ा है। वाझे की तबीयत खराब होने की शिकायत के बाद सोमवार को भी एक बार फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जेजे अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच हुई जिसमें खुलासा हुआ कि वे डाइबिटीज से पीड़ित हैं। वहीं जैसे-जैसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की छानबीन आगे बढ़ रही है वाझे के खिलाफ और सबूत सामने आ रहे हैं। एनआईए की टीम ठाणे में स्थित उस दुकान तक पहुंच गई है जहां बने फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो कार और संदिग्ध ड्राइवर को ले जाने वाली इनोवा कार में इस्तेमाल किया गया था।
कार से मिले थे 6 फर्जी नंबर प्लेट
विस्फोटक लदी कार से छह फर्जी नंबर प्लेट भी बरामद किए गए थे। एनआईए के अधिकारियों ने दुकान के मालिक से पूछताछ की और दुकान में लगे सीसीटीवी का डीवीआर भी साथ ले गए। दुकानदार ने बताया कि उसने एक व्यक्ति के कहने पर नंबर प्लेट बनाए थे। बता दें कि इनोवा कार में लगी फर्जी नंबर प्लेट के जरिए ही एनआईए ने वाझे पर शिकंजा कसा। छानबीन के दौरान एनआईए ने पाया की सीआईयू द्वारा इस्तेमाल की जा रही इनोवा 24 फरवरी को पुलिस मुख्यालय से निकली तो उस पर कोई और नंबर प्लेट थी जबकि 13 मार्च को यह गाड़ी दूसरे नंबर प्लेट के साथ बाहर जाती दिखी। एनआईए सीआईयू की इस कार को पहले ही जब्त कर चुकी है जिसके जरिए एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो खड़ी करने वाले ड्राइवर को साथ ले जाया गया था। वहीं एनआईए ने इनोवा और स्कॉर्पियों चलाने वाले दोनों ड्राइवरों की भी पहचान कर ली है। एनआईए लगातार दूसरे दिन वाझे के साथ सीआईयू में तैनात दो पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की है। साथ ही वाझे के ठाणे स्थित घर पर भी एनआईए की एक टीम ने तलाशी ली है।
एंटीलिया के बाहर पीपीई किट पहने वाझे ही थे?
एंटीलिया के बाहर खड़ी संदिग्ध कार के आसपास पीपीई किट पहने एक व्यक्ति घूमता नजर आया था। एनआईए को संदेह है कि यह व्यक्ति और कोई नहीं सचिन वाझे है। इसकी पुष्टि के लिए एनआईए वाझे को पीपीई किट पहनाकर उस जगह चलने को कहेगी जहां से सीसीटीवी फुटेज बरामद हुई थी। विशेषज्ञों के मुताबिक चलने के तरीके से इस बात की पुष्टि हो सकती है कि वह व्यक्ति वाझे ही था या नहीं। एनआईए को शक है कि पीपीई किट पहनकर वाझे ही कार के ड्राइवर को निर्देश दे रहा था।
नितेश राणे पर करूंगा आपराधिक मानहानि का मुकदमा-वरूण सरदेसाई
निलंबित पुलिस अधिकारी सचिव वाझे से वसूली के पैसे में हिस्सा मांगने के भाजपा विधायक नितेश राणे के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई ने कहा कि वे राणे के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा करेंगे। मीडिया से बातचीत में सरदेसाई ने कहा कि वे पढ़े लिखे परिवार से आते हैं जबकि राणे परिवार की पृष्ठभूमि सबको पता है जो हत्या, जबरन वसूली, अपहण जैसे मामलों में आरोपों के घेरे में रहा है। उन्होंने कहा कि निलेश राणे ने जो आरोप लगाए हैं इसे साबित करके दिखाएं।
Created On :   16 March 2021 5:51 PM IST