माता-पिता भुखमरी झेल रहे और बेटे को दूसरों की सेहत की फिक्र

Parents are facing starvation and son is worried about the health of others
माता-पिता भुखमरी झेल रहे और बेटे को दूसरों की सेहत की फिक्र
माता-पिता भुखमरी झेल रहे और बेटे को दूसरों की सेहत की फिक्र

एसडीएम का आदेश 8 भरण-पोषण के लिए माता-पिता को हर महीने दस हजार रुपए दो
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
फाइलों के ढेर में गोरखपुर एसडीएम आशीष पाण्डे को एक ऐसा मामला नजर आया, जिसमें बुजुर्ग माता-पिता अपनी गुजर-बसर तक नहीं कर पा रहे हैं, वहीं जिम संचालित करने वाला उनका बेटा दूसरों की सेहत बनाने में खोया हुआ है। बुजुर्गों की पीड़ा को सुनने के बाद सख्त  आदेश सुनाया गया। कोर्ट ने कहा कि माता-पिता के जीवन निर्वाह के लिए पुत्र को हर महीने 10 हजार रुपए अदा करने होंगे। एसडीएम गोरखपुर को आवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रकरण  के अनुसार संजीवनी नगर निवासी जवाहर लाल साहू तथा सुशीला साहू अकेले रहकर अपनी गुजर-बसर करते आ रहे हैं। हाल के दिनों में उनकी आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय हो गई कि दो वक्त की रोटी तक का आसरा न रहा। एसडीएम को दिए गए आवेदन में माता-पिता ने बताया कि उनके पुत्र अंकित साहू ने कछपुरा ब्रिज के पास जिम खोलने के लिए जीवन की पूरी कमाई ले ली। इसके बाद बेटे और बहू ने उनका साथ छोड़ दिया। पी-4
बेटे का फर्ज गायब 
एसडीएम कोर्ट ने जब मामले की सुनवाई की तो और भी कई संवेदनशील पहलू सामने आए। आखिर में कोर्ट ने पाया कि बेटे ने अपने माता-पिता के प्रति दायित्वों का कोई निर्वहन नहीं किया।  अनुविभागीय अधिकारी ने आदेश में कहा कि 90 क्वार्टर निवासी पुत्र अपने स्व-अर्जित संपत्ति पर निवासरत रहते हुए अपने दायित्वों के लिए हमेशा सजग रहे। 
 

Created On :   30 Jan 2020 9:28 AM GMT

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