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उत्कृष्ट बालिका छात्रावास में छात्रा का शव रखकर किया प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क सतना। कोलगवां थाना क्षेत्र में संग्राम कालोनी स्थित एक्सीलेंस बालिका छात्रावास की 16 वर्षीया छात्रा सपना वर्मा की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को कलेक्टर के निर्देश पर 3 सदस्यीय जांच टीम गठित किए जाने के बाद उसका शव उठाने को तैयार हुए परिजन ने सोमवार को रूख बदल दिया। रिश्तेदारों और ग्रामीणों को साथ लेकर सतना-बाबूपुर रोड पर शव रखकर वार्डन के निलंबन और मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे। दोपहर करीब 1 बजे से शुरू हुए धरने की खबर लगते ही बाबूपुर चौकी पुलिस ने मौके पर जाकर हालात संभालने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। तब टीआई हेमंत बर्वे ने दल-बल के साथ मॉडल हाउस जाकर मृतका के परिजन को आश्वस्त किया कि जांच टीम और जिला अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। हंगामे की सूचना एसडीएम रघुराजनगर और सीएसपी वीडी पांडेय को भी दी गई। हालांकि उनके पहुंचने से पहले ही विवाद खत्म हो गया और परिजन लाश लेकर श्मशान चले गए। पूरा घटनाक्रम शाम 4 बजे तक चला जिसके चलते इस मार्ग पर जाम लग गया और वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
क्या है मामला
उत्कृष्ट बालिका छात्रावास संग्राम कालोनी में रहकर एमएलवी स्कूल में 9 वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही सपना वर्मा 16 वर्ष माडल हाउस की रहने वाली थी। पिता मोतीलाल दूसरी शादी करने के बाद मुंबई में शिफ्ट है। छात्रा अपने 70 साल के बब्बा मनमोहन चौधरी के आसरे थी। छात्रा 2 फरवरी को लापता हो गई थी जिस पर रात 9 बजे वार्डन ने कोलगवां थाने में आईपीसी की धारा 363 का प्रकरण पंजीबद्ध कराया था। उसकी लाश 30 घंटे बाद लाश हास्टल के पीछे स्थित कुएं से बरामद की गई थी। इस मामले में पुलिस ने डाक्टरों के 2 सदस्यीय पैनल से 3 फरवरी को पीएम कराते हुए लाश परिजनों को सुपुर्द कर दी गई थी लेकिन 4 फरवरी को हत्या की आशंका पर फिर से पोस्टमार्टम कराने, 10 लाख का मुआवजा देने और हॉस्टल की वार्डेन सीमा सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किए जाने की मांग करते हुए परिजन ने लाश उठाने से इंकार कर दिया था। घंटों तक चले हंगामे के बाद कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने डिप्टी कलेक्टर ओम नारायण सिंह को भेजकर मृतका के परिजन को उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाते हुए 3 सदस्यीय जांच टीम गठित करने की घोषणा की थी। जांच दल में एक महिला, नायब तहसीलदार, आदिम जाति कल्याण विभाग के क्षेत्रीय संयोजक और दूसरे हास्टल की एक वार्डेन को शामिल किया गया है।
Created On :   6 Feb 2018 1:38 PM IST