पटोले का पलटवार - फडणवीस बताएं सावरकर को अंग्रेजी से क्यों मिल रही थी पेंशन

Patoles counterattack - Fadnavis tell why Savarkar was getting pension from English
पटोले का पलटवार - फडणवीस बताएं सावरकर को अंग्रेजी से क्यों मिल रही थी पेंशन
पूछा पटोले का पलटवार - फडणवीस बताएं सावरकर को अंग्रेजी से क्यों मिल रही थी पेंशन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने राहुल गांधी के बयान का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी के बयान पर उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हंगामा करने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी ने जो कुछ कहा है कि सही कहा है। सावरकर और आरएसएस का देश की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया। पटोले ने कहा कि इस बात के कई प्रमाण हैं कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन मिल रही थी। पटोले ने फडणवीस को चुनौती दी है कि वे यह बताए कि सावरकर को यह पेंशन क्यों मिल रही थीॽ

फडणवीस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पटोले ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में धर्म और क्षेत्र को भूलकर सभी देशभक्त कांग्रेस के बैनर तले एकजुट हुए थे। इस संघर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सावरकर का कोई योगदान नहीं था। इसके विपरीत, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर और आरएसएस की भूमिका अंग्रेजों का समर्थन करने की थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कहा था जब अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में पूरा देश एकजुट था? नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़ने के लिए आजाद हिंद सेना का गठन किया था, वहीं सावरकर युवाओं को ब्रिटिश सेना में शामिल होने का आह्वान कर रहे थे।

सावरकर को न केवल काले पानी की सजा दी गई थी बल्कि उनके साथ 149 स्वतंत्रता सेनानियों को भी दंडित किया गया था लेकिन केवल सावरकर को अंग्रेजों ने इस सजा से मुक्त किया था, यह इतिहास में दर्ज है। पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी 11 साल की जेल हुई, लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी सहित लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को भी जेल में डाल दिया गया, लाठियां खानी पड़ी। हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए बलिदान दिया। ‘नए इतिहासकार" फडणवीस को पता होना चाहिए कि भारत के विभाजन का बीज सावरकर द्वारा प्रतिपादित द्वि-राष्ट्रवाद के सिद्धांत में निहित है। 

 

Created On :   8 Oct 2022 9:41 PM IST

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