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पीसी सिंह को बिशप सहित सभी पदों से हटाया, कई राज्यों में किया फर्जीवाड़ा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया डायोसिस जबलपुर के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ पद का दुरुपयोग कर फर्जीवाड़ा किए जाने की ईओडब्ल्यू द्वारा जाँच की जा रही है। इस मामले में सीएनआई भवन दिल्ली ने पीसी सिंह को बिशप सहित सभी पदों से हटा दिया है, वहीं उनके स्थान पर बीके नायक को जबलपुर सहित देश के 27 डायोसिस की जवाबदेही सौंपी है। उधर रिमांड के दूसरे दिन भी बिशप से ईओडब्ल्यू कार्यालय में बैंक खातों व जमीन संबंधी दस्तावेजों को लेकर पूछताछ की गई।
सूत्रों के अनुसार बिशप की नागपुर से गिरफ्तारी होने के मुद््दे पर सीएनआई धर्मसभा की बैठक बुलाकर इस विषय पर गंभीरतापूर्वक चर्चा की गई। सदस्यों ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से संस्था की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सभी सदस्योंं ने निर्णय लिया कि पीसी सिंह माडरेटर के रूप में कार्य करने में असमर्थ हैं ऐसी स्थिति में उनके स्थान पर उप माडरेटर बीके नायक को सभी डायोसिस की जवाबदारी सौंपी गई है। बैठक में पीसी सिंह के प्रकरण में एक जाँच समिति का गठन किए जाने का भी निर्णय लिया गया है।
- खातों से विदेशों में हुआ टांजेक्श्न
जाँच टीम के अनुसार बिशप के नाम पर खुले 128 बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है, वहीं बैंक खातों के संबंध में पीसी सिंह से पूछताछ किए जाने पर यह बात सामने आई है कि उनके खातों से विदेशों में भी ट्रांजेक्शन किया गया है। इस जानकारी के आधार पर जाँच टीम बैंक संंबंधी जो दस्तावेज मिले हैं उन्हें खँगाल कर यह पता लगाने में जुटी है कि विदेश में किया गया टांजेक्शन किस संस्था या किस कार्य के लिए किया गया था, वहीं चर्च से जुड़ी जमीनों के दस्तावेजों की भी जाँच की जा रही है।
फर्जी दस्तावेजों से बेचीं चर्च की कई जमीनें
पत्रवार्ता में एंग्लिकन चर्च ऑफ इंडिया की सचिव मधुलिका ज्वायसे ने लगाए-
एंग्लिकन चर्च ऑफ इंडिया की सचिव मधुलिका ज्वायसे ने एक पत्रवार्ता में बिशप पीसी सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पद का दुरुपयोग करते हुए बिशप व उनके करीबियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर मप्र, दिल्ली, यूपी व मुंंबई में चर्च की बेशकीमती जमीनें बेची हैं। इन मामलों में पीसी सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज कराए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अंडरवल्र्ड से भी बिशप के संबंध होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, वहीं बिशप और उनके सहयोगी मप्र व यूपी में लोगों को लालच देकर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में सुको ने सीएनआई को पूरी तरह अवैध घोषित कर दिया था जिसका परिणाम यह हुआ कि सीएनए के लिए तमाम इललीगल कामों के रास्ते खुल गये। इसका सबसे अधिक नुकसान एंग्लिकन चर्च के भरोसे का हुआ।
Created On :   14 Sept 2022 11:33 PM IST