- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- फाइल अवलोकन करने गया था मंत्रालय,...
फाइल अवलोकन करने गया था मंत्रालय, सरनाईक के साथ आए व्यक्ति ने फोटो निकाल किया वायरल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के पूर्व विधायक किरीट सोमैया ने मंत्रालय में अधिकारी की कुर्सी पर बैठकर फाइल का अवलोकन करते समय की वायरल हुई फोटो को लेकर भेजी गई नोटिस को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। गुरुवार को सोमैया ने कहा कि मैं सूचना के अधिकार के तहत मंत्रालय में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के ठाणे में इमारत के अवैध निर्माण पर जुर्माना और ब्याज माफ करने वाले राज्य मंत्रिमंडल के फैसले की फाइल का 24 जनवरी को अवलोकन करने गया था। लेकिन मेरे फाइल अवलोकन करते समय सरनाईक वहां पर पहुंच गए थे। सरनाईक को आखिर मेरे मंत्रालय के चौथी मंजिल पर स्थित नगर विकास विभाग के कार्यालय में मौजूद होने की जानकारी किसने दी?
सरनाईक के साथ आया हुए एक व्यक्ति ने मेरा फोटो खींचा था। उन्होंने ही मेरा फोटो वायरल की है। सरनाईक ने मेरे साथ सेल्फी भी खींची थी। लेकिन सरकार ने सरनाईक और मेरा फोटो खींचने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मुझे नोटिस भेजा है। साथ ही मेरे साथ फोटो में नजर आने वाले नगर विकास विभाग के एक अधिकारी और लिपिक को भी नोटिस भेजी गई है। सोमैया ने कहा कि राज्य के नगर विकास विभाग के जन सूचना अधिकारी तथा कार्यासन अधिकारी पी एम शिंदे को मुझे नोटिस भेजने के लिए माफी मांगनी चाहिए। क्योंकि शिंदे को सूचना के अधिकार के तहत मुझे नोटिस भेजने अधिकार नहीं है। इसलिए मैंने शिंदे को पत्र लिखकर नोटिस वापस लेने और माफी मांगने की मांग की है।
मेरी सुरक्षा को खतरा
सोमैया ने कहा कि अवैध रूप से मेरा फोटो वायरल करना मेरी सुरक्षा और गोपनीयता को खतरा पैदा हो गई है। इसलिए मैंने मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। सोमैया ने कहा कि मुझे सीआरपीएफ की जेड सुरक्षा मिली है। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से मैंने केंद्रीय गृह मंत्रालय और सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों से इस घटना के बारे में अवगत कराया है। सीआरपीएफ ने मुझे इस घटना के बारे में मंत्रालय के सुरक्षा विभाग से जानकारी हासिल करने का भरोसा दिलाया है।
वित्त विभाग की आपत्ति के बावजूद सीएम ने माफ किए 18 करोड़
सोमैया ने दावा करते हुए कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वित्त विभाग के नोटिंग को ओवररूल करके सरनाईक का 18 करोड़ रुपए की जुर्माने और ब्याज की राशि को माफ किया है। मैंने इससे जुड़ी गुप्त फाइल को मंत्रालय से हासिल कर ली है। इसलिए मुख्यमंत्री ने नाराज होकर मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराए। मैं घोटाले बाजों के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा।
Created On :   27 Jan 2022 8:51 PM IST