टिक-टॉक पर रोक लगाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर

Petition filed in Bombay High Court demanding ban on tick-talk
टिक-टॉक पर रोक लगाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर
टिक-टॉक पर रोक लगाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग एप ‘टिक टॉक’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बांबे हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में दावा किया गया है कि टिक-टॉक युवाओ व  खास तौर से बच्चों के मानसिक स्वास्थय को प्रभावित कर रहा है। यह एप धार्मिक समुदायों के बीच नफरत व वैमनस्य को बढा रहा है। जिससे भारत की विवधता व अखंडता वाली छवि पर विपरीत असर पड़ रहा है। यह एप देश के सामिजिक ताने-बाने को भी बिगाड़ रहा है। क्योंकि इस पर जाति संबंधी वीडियो भी बड़े पैमाने पर एक दूसरे के साथ साझा किए जाते है।  इसलिए इस पर अंकुश लगाया जाना जरुरी है। 

टिक-टॉक ऐप  देश की छवि व प्रतिष्ठा को भी धूमिल कर रहे है। यह लोगों के समय व पैसे को नष्ट करने के अलावा व सरकारी अधिकारियों के वक्त को भी बरबाद कर रहा है। मुंबई निवासी हिना दरवेश नाम की महिला ने अधिवक्ता अली काशिफ खान के मार्फतच इस संबंध में कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में दावा किया गया है कि टिक-टॉक के चलते युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति तेजी से बढ रही है। 

याचिका में कहा गया है कि इस साल जुलाई महीने के पहले सप्ताह में टिक-टॉक के जरिए दो धार्मिक समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने को लेकर दो एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन टिक-टाक चलानेवाली कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। गौरतलब है कि इस साल अप्रैल महीने में मद्रास हाईकोर्ट ने टाक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। जिसे कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। 
 

Created On :   18 Nov 2019 6:25 PM IST

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