सोच समझकर खरीदना पानी के पाउच, जोरों पर है अमानक पानी का कारोबार

Playing with human lives by selling bad quality water pouches
सोच समझकर खरीदना पानी के पाउच, जोरों पर है अमानक पानी का कारोबार
सोच समझकर खरीदना पानी के पाउच, जोरों पर है अमानक पानी का कारोबार

डिजिटल डेस्क, सतना। इस चिलचिलाती गर्मी में सफर के दौरान यदि आप ठेडे पासनी से अपना गला तर करना चाहते हैं तो जरा सोच-समझ लीजिएगा। पानी भरे पाउच को खोलने से पहले उसे ठीक से परख लेना कि यह मानकों पर खरा है या नहीं। दरअसल, RO वॉटर के नाम पर जिले में अवैध और अमानक पानी का कारोबार हो रहा है। एक साल से चल रहे पाउच बंद पानी के अवैध कारोबार पर आखिरकार खाद्य एवं औषधि प्रशासन की नजर पड़ ही गई। ऐसे दोनों वॉटर प्लांट को अधिकारियों ने सील कर दिया।

नियमों की उड़ाई धज्जियां
सालों से सुस्त पड़े खाद्य एवं औषधि प्रशासन की कार्रवाई से बेखौफ जिले में खाद्य और पेय पदार्थों का उत्पाद बनाने वालों को नियमों की भी परवाह नहीं रही। यही कारण है कि जिले में वॉटर प्लांट भी बगैर मानकों के पानी की पैकेजिंग कर बाजार में खुलेआम बेच रहे हैं। मैहर में ब्रेवा मिनिरल्स वॉटर के बाद शहर में दो और ऐसे वॉटर प्लांट खाद्य एवं औषधि प्रशासन के हत्थे चढ़े जो बगैर लाइसेंस के धड़ल्ले से संचालित हैं।

उतैली स्थित कुसुम एक्वा मिनरल एवं नीमी स्थित मेसर्स एएस मिनरल्स भी अपने-अपने प्रोडक्ट बगैर भारतीय मानक ब्यूरो और खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के लाइसेंस बना रहे हैं। एक शुभ नाम से पानी बेच रहा है तो दूसरा जलम नाम से।

प्लांट सीज
बगैर लाइसेंस चल रहे वॉटर प्लांट की खबर जब विभाग के अभिहित अधिकारी ओमनारायण सिंह को मिली, तो उन्होंने रघुराजनगर SDM बलवीर रमन के साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेदप्रकाश चौबे, शीतल सिंह एवं सीमा सिंह के अलावा नायब तहसीलदार जयनंदन सिंह समेत कुल 15 लोगों की टीम लेकर दोनों वॉटर प्लांट में धावा बोल दिया। इस कार्रवाई में राजस्व अमले के साथ पुलिस का सहयोग लिया गया था। अभिहित अधिकारी ने जब दोनों प्रोपराइटरों से लाइसेंस मांगा तो वो मुहैया नहीं करा सके। इस पर पानी के नमूने लेते हुए दोनों वॉटर प्लांटों को सीज कर दिया गया।



इनका कहना है
कलेक्टर इस बात को लेकर बेहद संजीदा हैं कि किसी की सेहत से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। मैहर के बाद यह सतना शहर में कार्रवाई हुई है जहां दो वॉटर प्लांट में BIS और FSSAI के लाइसेंस नहीं मिले। दोनों प्लांटों को सीज कर दिया गया है।
ओमनारायण सिंह, अभिहित अधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन

 

Created On :   11 Jun 2018 1:59 PM IST

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