अंतिम संस्कार में भी लूट, 26 सौ की लकडिय़ों के लिए जा रहे 7 हजार

Plunder at funeral too, 7 thousand going for 26 hundred pieces of wood
अंतिम संस्कार में भी लूट, 26 सौ की लकडिय़ों के लिए जा रहे 7 हजार
अंतिम संस्कार में भी लूट, 26 सौ की लकडिय़ों के लिए जा रहे 7 हजार

हद है - शॉर्टेज का उठाया जा रहा गलत फायदा, शासन से भी नहीं मिल रही कोई मदद, जिम्मेदार खामोश
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
गर्मी में हर साल वन विभाग के किसी न किसी डिपो में आग लग जाती है और लाखों करोड़ों रुपए की लकडिय़ाँ खाक हो जाती हैं। यह आग लगती है या लगाई जाती है यह जांच का विषय है। फिलहाल इस गर्मी में अभी तक किसी डिपो में आग नहीं लगी है, जिसका लाभ लेते हुए शासन यदि लकडिय़ाँ श्मशानघाटों को नि:शुल्क बाँट दे तो कम से कम गरीब जनता को कुछ तो राहत मिले। यह बात शहर के कुछ प्रबुद्ध नागरिकों ने कही है। उनका कहना है कि मुक्तिधामों में अंतिम संस्कार के लिए लकडिय़ों का संकट है। इसका फायदा भी अब बिचौलिए उठा रहे हैं। साधारण तौर पर अंतिम संस्कार के लिए 3 से 4 क्विंटल लकडिय़ों की जरूरत होती है। एक क्विंटल लकड़ी 653 रुपए में मिल रही है जबकि मुक्तिधामों में चार क्विंटल लकडिय़ों के 7 हजार रुपए तक वसूल किए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रानीताल श्मशानघाट को छोड़कर कहीं पर  भी लकडिय़ों की कीमत आदि नहीं लिखी है। इसी के चलते वहाँ मनमाने तरीके से रुपयों की वसूली की जा रही है। लोगों का कहना है कि जब तक सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी और वन विभाग को लकडिय़ाँ उपलब्ध कराने के आदेश नहीं होंगे, तब तक लोगों को इसी तरह लूट का शिकार होना पड़ेगा। इसके लिए समाज के सेवाभावी जनों को भी पहल करनी चाहिए।

Created On :   20 April 2021 3:20 PM IST

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