कोरोना के नाम से ली पॉलिसी, अब लाभ देने से कतरा रहीं कंपनियाँ

Policy taken in the name of Corona, now companies are reluctant to give benefits
कोरोना के नाम से ली पॉलिसी, अब लाभ देने से कतरा रहीं कंपनियाँ
कोरोना के नाम से ली पॉलिसी, अब लाभ देने से कतरा रहीं कंपनियाँ

डिजिटल डेस्क जबलपुर । बीमा कंपनी ने कोरोना के नाम से पॉलिसी बेची थी। अपने स्वास्थ्य के लिए सजग रहने वालों ने पॉलिसी भी ली। इस पॉलिसी पर 6 माह के बाद लैप्स होने का प्रावधान था। 6 माह के बाद पॉलिसी धारक को पॉलिसी रिन्यू करानी थी पर रिन्यू कराने के पहले बीमित व्यक्ति कोरोना संक्रमण का शिकार हो गया। कोरोना के शिकार होने पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा और जब कंपनी को बिल देने की बारी आई, तो कंपनी ने अपने हाथ खड़े कर दिए। इंश्योरेंस कंपनी ने दो टूक कह दिया कि आपको संक्रमण कम था, हमारी कंपनी आपको क्लेम नहीं दे सकती। पॉलिसी धारकों ने टोल-फ्री नंबर में अपनी शिकायत की पर कहीं से किसी तरह का सहारा नहीं मिल रहा। परेशान होकर पीडि़तों ने शिकायत देते हुए क्लेम दिलाने की गुहार लगाई है। 
कोरोना सुरक्षा कवच को कर दिया दरकिनार
कमला नेहरू नगर लेबर चौक निवासी नितिन दुबे ने बताया कि स्टार हेल्थ से उन्होंने कोरोना पॉलिसी ली थी। अचानक वे 7 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए। साँस लेने में दिक्कत होने के उपरांत उन्हें निजी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ लेना पड़ा। वे 11 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे। अस्पताल प्रबंधन ने पूरा इलाज कैश में किया और बीमा क्लेम के लिए सारे बिल दे दिए। उसके द्वारा 1 लाख 40 हजार के बिल स्टार हेल्थ इंश्योरेंस में लगाए गए, लेकिन कंपनी ने यह कहकर बीमा क्लेम की फाइल बंद कर दी कि आप गाइडलाइन के अनुसार संक्रमण के शिकार नहीं थे, इसलिए हमारी कंपनी आपके अस्पताल के बिल का क्लेम नहीं देगी।
कंपनी नहीं दे रही अस्पताल व दवाओं का बिल 
कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने पर विनेश कुमार त्रिपाठी 14 अप्रैल 2020 को निजी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। उपचार के बाद 22 अप्रैल को अस्पताल से वे डिस्चार्ज हुए। उन्होंने स्टार हेल्थ से कोरोना सुरक्षा कवच के नाम से पॉलिसी ली थी। उन्होंने जब कंपनी में सारे बिलों को क्लेम किया तो कंपनी ने कहा कि हमारी गाइडलाइन के अनुसार आपको कोरोना संक्रमण नहीं हुआ था। जब अधिक कोरोना होता और आप अस्पताल में भर्ती होते, तब ही हम आपके इलाज का पूरा भुगतान करते। हम आपको कोरोना सुरक्षा कवच पॉलिसी का लाभ नहीं दे सकते और यह कहते हुए उनका क्लेम रिजेक्ट कर दिया गया। पॉलिसी धारक ने टोल-फ्री नंबर में बात की पर वहाँ भी सुनवाई नहीं हुई।
 

Created On :   1 May 2021 2:35 PM IST

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