राज ठाकरे के घऱ पहुंचे फडणवीस , भाजपा-मनसे गठबंधन को लेकर अटकलें

Political market hot - Fadnavis reached Raj Thackerays house, speculation about BJP-MNS alliance
राज ठाकरे के घऱ पहुंचे फडणवीस , भाजपा-मनसे गठबंधन को लेकर अटकलें
सियासी बाजार गर्म राज ठाकरे के घऱ पहुंचे फडणवीस , भाजपा-मनसे गठबंधन को लेकर अटकलें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा मे विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस बुधवार को सपरिवार मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के घर पहुंचे। राज ठाकरे ने हाल ही में अपने नए घर में गृह प्रवेश किया है। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात से एक बार फिर भाजपा-मनसे के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा शुरु हो गई है। फडणवीस अपनी पत्नी अमृता फडणवीस के साथ राज ठाकरे के नए घर पर शिवतीर्थ पर पहुंचे। इस मुलाकात को लेकर दोनों तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पर इस मुलाकात के बाद भाजपा-मनसे के बीच गठबंधन को लेकर फिर चर्चा शुरु हो गई है। शिवसेना से अलग होने के बाद भाजपा को एक साथी की तलाश है। इसके पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील और भाजपा विधायक आशीष शेलार ने भी राज से मुलाकात की थी। 

परप्रांतिय विरोधी रुख राह का रोडा

दरअसल भाजपा-मनसे युति में मनसे का परप्रांतिय विरोधी रुख सबसे बड़ा रोड़ा है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे परप्रांतियों खास कर उत्तरभारतीयों के खिलाफ आग उगलते रहे हैं। मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तरभारतीयों के खिलाफ हिंसा देशभर में चर्चित हुई थी। इस वजह से उत्तरभारतीय राज ठाकरे से चिढ़े हुए हैं। कुछ महिनों में ही उत्तर प्रदेश विधानसभा और मुंबई मनपा के चुनाव हैं। ऐसे में भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी मनसे से गठबंधन कर उत्तरभारतीय मतदाताओं को नाराज नहीं करना चाहती। फिलहाल महाराष्ट्र में उत्तरभारतीय भाजपा का बड़ा वोट बैंक है।  

बीएमसी चुनाव में काम आ सकती है मनसे 

मुंबई मनपा (बीएमसी) में भले ही अभी मनसे के पास एक ही नगरसेवक हो पर 2017 के बीएमसी चुनाव में मनसे को राकांपा से ज्यादा वोट मिले थे। इस चुनाव में मनसे को 3 लाख 94 हजार वोट मिले थे और उसके 7 नगरसेवक चुन कर आए थे। हालांकि इनमें से 6 नगरसेवकों ने बाद में शिवसेना का दामन थाम लिया। अब तक मराठी माणुस की राजनीति करने वाली मनसे ने 2019 में अपना झंडा बदलने के साथ ही हिंदुत्ववादी राजनीति करने का फैसला किया था। भगवा झंडे वाली शिवसेना के कांग्रेस-राकांपा जैसे सेक्यूलर दलों से हाथ मिलाने के बाद राज ठाकरे को हिंदुत्ववादी राजनीति में अपने लिए जगह दिखाई दे रही है। इस बीच भाजपा नेताओं की तरफ से भी विचारधारा बदलने पर मनसे से गठबंधन की बात कही जाती रही है। हालांकि राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीएमसी चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन की बजाय मनसे अलग लड़ कर भाजपा को ज्यादा लाभ पहुंचा सकती है।    

Created On :   24 Nov 2021 7:40 PM IST

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