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एक ही कैप में निकली साढ़े पाँच करोड़ की घटिया धान

मनमानी खरीदी की धीरे-धीरे खुल रहीं परतें, बीजापुर कैप में रखा माल रद्द, समिति से होगी वसूली
डिजिटल डेस्क जबलपुर। धान खरीदी में तमाम सख्ती और अधिकारियों की लगातार निगरानी के बावजूद समितियों ने घटिया धान की खरीदी कर ली है। अनुमान लगाया जा रहा है कि समितियों ने इस बार करीब 60 करोड़ रुपए की घटिया धान की खरीदी की है। इसके पुख्ता प्रमाण जुटाने अधिकारियों की टीम बुधवार को बीजापुर ओपन कैप में रखे गए माल की जाँच करने पहुँची तो उनके होश उड़ गए। इस एक कैप में ही 31,200 क्विंटल धान बिल्कुल खराब पाया गया है, जिसे सुधार कर भी उपयोग में नहीं लाया जा सकता, यानी 5 करोड़ 66 लाख रुपए कीमत की यह धान पूरी तरह से कचरा है। इसी कैप में करीब 15 हजार क्विंटल धान ऐसी पाई गई है, जिसे साफ-सफाई के बाद ही उपयोग में लाया जा सकेगा। साफ-सफाई होती है तो करीब एक चौथाई कचरा निकलना तय है। समितियों के इस घालमेल को देखते हुए जाँच दल अब एक-एक गोदाम और ओपन कैप की जाँच करेगा। गुरुवार को गोसलपुर, हृदयनगर स्थित ओपन कैप की जाँच की जाएगी। इस बार धान खरीदी को लेकर खास सख्ती बरती जा रही थी। धान खरीदी से पहले सर्वेयर उसकी जाँच कर खरीदी की स्वीकृति प्रदान करते थे, उसके बाद भंडारण के समय भी दोबारा उसकी जाँच होती थी, इतनी निगरानी के बाद भी करोड़ों की घटिया धान की खरीदी और आसानी से भंडारण हो गया। इस बड़े घालमेल को देखते हुए प्रशासन ने जाँच दल का गठन किया है, जिसमें अपर कलेक्टर, फूड कंट्रोलर, डीएमओ, एसडीएम, नान व अन्य विभाग के अधिकारी जाँच कर रहे हैं। ज्ञात हो कि प्रशासन ने एक सप्ताह पहले समितियों को नोटिस जारी कर स्पष्ट आदेश दिए थे कि गोदामों से घटिया धान चार दिन के अंदर हटा ली जाए, वहीं उस धान का भुगतान समितियाँ अपने पास से करें, लेकिन समितियों ने ऐसा नहीं किया, जिसके चलते अब जाँच दल गोदामों में पहुँचकर घटिया धान की जाँच कर रहा है।
समितियों को करनी होगी भरपाई
करोड़ों रुपए की यह भरपाई समितियों को अपनी जेब से करनी होगी। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में समिति प्रबंधक, सर्वेयर सभी को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जा रही है। इसमें सीधे िनर्देश दिए गए हैं कि पूरी वसूली समितियों से कर किसानों को समय पर भुगतान किया जाए। क्योंकि घटिया धान नहीं खरीदने के स्पष्ट निर्देश होने के बाद भी समितियों ने लापरवाही बरती है। घटिया धान की ज्यादातर खरीदी मझौली, पाटन, पनागर क्षेत्र में होने की आशंका है।
इनका कहना है
बीजापुर ओपन कैप के निरीक्षण के दौरान करीब साढ़े पाँच करोड़ रुपए की घटिया धान पाई गई है, जो किसी काम की नहीं है। इसके अतिरिक्त करीब 15 हजार क्विंटल धान खराब हालत में है, जिससे सुधार किया जा सकता है। गोदामों व ओपन कैप की जाँच जारी रहेगी।
-विवेक तिवारी, डीएमओ
Created On :   13 Feb 2020 2:34 PM IST