अब अलग विदर्भ राज्य आंदोलन से जुड़ेगे प्रशांत किशोर

Prashant Kishor will now join the separate Vidarbha state movement
अब अलग विदर्भ राज्य आंदोलन से जुड़ेगे प्रशांत किशोर
ऑफलाईन बैठक की तैयारी  अब अलग विदर्भ राज्य आंदोलन से जुड़ेगे प्रशांत किशोर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जानेमाने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब महाराष्ट्र में अलग विदर्भ राज्य की छह दशक पुरानी मांग को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। अलग विदर्भ राज्य की मांग कर रहे संगठनों के साथ खुद को जोड़कर महाराष्ट्र की राजनीति में छलांग लगा दी है। किशोर आगामी 20 सितंबर को नागपुर आ रहे हैं। भाजपा-कांग्रेस के अलावा ममता बनर्जी, नीतिश कुमार के लिए चुनावी रणनीति बना चुके प्रशांत किशोर अब अलग विदर्भ राज्य के लिए कार्य करेंगे। इसको लेकर अब तक उनकी टीम विदर्भ का दौरा कर चुकी है। पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने विदर्भ राज्य आंदोलन से जुड़े लोगों से ऑनलाईन चर्चा की। अब आगामी 20 सितंबर को प्रशांत किशोर नागपुर आने वाले हैं। यहां वे अलग विदर्भ राज्य आंदोलन समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे। फिलहाल राज्य की सरकार में शामिल भाजपा अलग विदर्भ राज्य की समर्थक रही है पर शिवसेना व राकांपा जैसे दल महाराष्ट्र के विभाजन के विरोध में रहे हैं। राज्य व केंद्र की सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा ने अलग विदर्भ राज्य को लेकर चुप्पी साध ली है। इसका जिक्र होने पर अब भाजपा के नेता कन्नी काटने लगते हैं।

किशोर की 20 सदस्यीय टीम ने इस साल जुलाई में राज्य का दौरा किया था और विदर्भ के 11 जिलों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है।चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के 20 सितंबर को नागपुर में विदर्भ राज्य आंदोलन के नेताओं के साथ बैठक करने की उम्मीद है। 

कमजोर पड़ गई है अलग विदर्भ राज्य की मांग 

महाराष्ट्र के 11 जिलों को अलग कर विदर्भ राज्य बनाने की मांग पुरानी है पर हाल के वर्षों में स्वतंत्र विदर्भ राज्य की मांग कमजोर पड़ी है। गाहे बगाहे अलग राज्य की मांग को लेकर कुछ संगठन आंदोलन करते रहते हैं। अलग विदर्भ राज्य आंदोलन से जुडे रहे राज्य के पूर्व महाधिवक्ता श्री हरि अणे की विदर्भ राज्य आघाडी 2014 के विधानसभा व लोकसभा चुनाव में उतर चुकी है। हालांकि उनके इस दल को कोई सफलता नहीं मिली। दैनिक भास्कर से बातचीत में श्री अणे कहते हैं कि हम आगामी चुनाव भी लड़ेगे। यह पूछने पर अलग विदर्भ राज्य आंदोलन अभी तक कोई गूल क्यों नहीं खिला सकेॽ अणे कहते हैं कि यह बहुत बड़ा विषय है, इसे कुछ मिनटों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यदि प्रशांत किशोर के पास अलग विदर्भ राज्य को लेकर कोई अलग योजना है तो हम उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने प्रशांत किशोर से सम्पर्क किया है। उन्हीं के आमंत्रण पर वे नागपुर आ रहे हैं। लेकिन मैं 20 सितंबर को होने वाली बैठक में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा क्योंकि उस दिन मैं शहर से बाहर हूं।    

 

Created On :   14 Sept 2022 9:31 PM IST

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