- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सतना
- /
- गर्भवती को रात में नर्स ने बताया...
गर्भवती को रात में नर्स ने बताया कि बच्चा पेट में मर गया है, सुबह सोनोग्राफी में जीवित पाया गया

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड में एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई। गुरुवार रात नर्सिंग स्टाफ ने एक गर्भवती महिला को बताया कि उसके पेट में पल रहे शिशु की मौत हो गई है। गर्भ से मृत बच्चे को बाहर लाने दो टेबलेट भी दे दी गई। अचानक बच्चे की मौत पर सवाल खड़े कर परिजनों ने इसका विरोध किया। आनन-फानन में शुक्रवार सुबह दोबारा गर्भवती की सोनोग्राफी कराई। जांच रिपोर्ट में बच्चा स्वस्थ्य बताया जा रहा है। इस लापरवाही के बाद परिजनों ने वार्ड में जमकर हंगामा मचाया। हालांकि प्रबंधन परिजनों के आरोपों को निराधार बता रहा है।
रोहनाकला निवासी संदीप कहार ने बताया कि ब्लड की कमी की वजह से गर्भवती पत्नी संध्या कहार को गुरुवार को गायनिक वार्ड में भर्ती किया गया था। रात में नर्सिंग स्टाफ ने बच्चे के मृत होने की बात कही और पेट की सफाई के लिए दो टेबलेट दे दी। पत्नी के गर्भ में बच्चे का मूवमेंट समझ आ रहा था। जिसके बाद उन्होंने विरोध दर्ज कराया। इसके बाद चिकित्सक ने सोनोग्राफी कराने कहा। शुक्रवार सुबह सोनोग्राफी कराई गई तो बच्चा स्वस्थ्य बताया जा रहा है। संदीप कहार का कहना है कि लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
बिना जांच के शिशु को बताया मृत-
संदीप का आरोप है कि भर्ती के वक्त बनाई गई फाइल स्टाफ ने देखी भी नहीं और बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे को मृत बताकर दो टेबलेट भी दे दी गई। इस लापरवाही की शिकायत उन्होंने प्रबंधन से की है।
पांच माह की गर्भवती है महिला-
संध्या कहार को पांच माह का गर्भ है। जिसके शरीर में ब्लड की कमी बताई जा रही है। एनीमिक होने की वजह से गुरुवार शाम को उसे महिला चिकित्सक ने गायनिक वार्ड में भर्ती करा दिया था। इसके बाद स्टाफ ने लापरवाही बरते हुए उन्हें गलत जानकारी दी।
क्या कहते हैं अधिकारी-
महिला चिकित्सक या नर्सिंग स्टाफ ने गर्भवती महिला के परिजनों को बच्चे के मृत होने जैसी कोई जानकारी नहीं दी है। महिला को पेट दर्द की दो टेबलेट दी गई है। कोई भी चिकित्सक या स्टाफ इतनी बड़ी गलती नहीं कर सकता।
- डॉ.श्रीमती पी गोगिया, सिविल सर्जन
Created On :   7 Dec 2019 3:02 PM IST