- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- 45 हजार मास्क बनाकर औरंगाबाद जेल के...
45 हजार मास्क बनाकर औरंगाबाद जेल के कैदियों ने कमाए 8 लाख
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संकट में औरंगाबाद मध्यवर्ती कारागृह को मास्क के उत्पादन से लगभग 8 लाख रुपए का मुनाफा हुआ है। जेल के कैदियों ने अभी तक 45 हजार मास्क बनाए हैं। सोमवार को जेल अधीक्षक हीरालाल जाधव ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में जानकारी देते हुए ने बताया कि प्रतिदिन 800 से 1000 मास्क का उत्पादन हो रहा है। जेल में 8 से 10 कैदी मिलकर 45 हजार मास्क बना जा चुके हैं। जेल में बनाए गए मास्क को 17 रुपए में बेचा जा रहा है। जाधव ने कहा कि कैदियों के हाथों से तैयार किए गए मास्क को शहर के पुलिस, पुलिस अधीक्षक और पुलिस कमिश्नर कार्यालय, स्टेट बैंक और सिडको को बेचते हैं।
जिले में ही मास्क की खपत हो जा रही है। यह मास्क वॉशेबल होने के कारण इसका इस्तेमाल दोबारा किया जा सकता है। मास्क की मांग ज्यादा है, इसलिए कारागृह में बड़े पैमाने पर मास्क उत्पादन शुरू किया गया है। आनेवाले दिनों में मास्क की मांग बढ़ने वाली है। इसलिए मास्क का उत्पादन जारी रहेगा।
जाधव ने कहा कि कोरोना के कारण जेल को लॉकडाउन किया गया है, लेकिन इस संकट में हमने मास्क का उत्पादन शुरू करने का फैसला किया था। कैदियों को मास्क बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया था। इसके बाद कैदी मास्क बना रहे हैं। जाधव ने बताया कि जेल में फिलहाल 1800 कैदी हैं।
Created On :   25 May 2020 7:33 PM IST