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कैदियों से अब 25 अप्रैल तक नहीं होगी मुलाकात- सोशल डिस्टेंसिंग
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कैदियों से मुलाकात अब 25 अप्रैल तक नहीं हो पाएगी और इसे अब तीसरी बार बढ़ा दिया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सबसे पहले 22 मार्च से 31 मार्च तक तथा दूसरी बार 14 अप्रैल तक और अब इस अवधि को बढ़ाकर 25 अप्रैल तक कर दिया गया है। इस दौरान किसी भी कैदी की परिजनों से मुलाकात संभव नहीं हो पाएगी। यह प्रतिबंध कड़ाई से पालन किए जाने से रोज जेल गेट पर लगने वाले मुलाकातियों की भीड़ भी अब कम हो गई है। मुलाकात करने वालों की संख्या करीब सौ के करीब होती है । वर्तमान में यह व्यवस्था है कि जेल में बंद बंदी किसी भी रिश्तेदार से कोई भी खाने का सामान नहीं ले सकते हैं। मुलाकातियों और बंदियों के बीच में एक मोटे काँच की दीवार रहती है ताकि वे आपस में हाथ भी न मिला सकें। इसके बावजूद मुलाकात बंद करने के पीछे सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाना है।
स्वच्छता का ध्यान इस समय सबसे ज्यादा- स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए सवेरे से फर्श की धुलाई और सफाई का काम किया जा रहा है। जेल गेट पर एवं जेल के अंदर काम करने वालों के लिए गेट के पास ही साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था करने से भी लोगों को काफी सुविधा हो गई है। कैदियों से कहा गया है कि वे अपने कपड़े धोकर इस्तेमाल करें ताकि साफ सफाई बनी रह सके। प्रत्येक कैदी को नहाने के बाद ही खाना नसीब हो पाता है। इसके कारण कैदी सुबह से ही नहा कर तैयार हो जाते हैं।
बैरकों को सेनिटाइज किया गया- जेल की सभी बैरकों को सेनिटाइज करने का काम लगभग पूरा हो गया है। जो भी ऐसे स्थान हैं जहाँ लोगों का आना-जाना होता है उसे पहले ही सेनिटाइज किया जा चुका है।
कैदी लगा रहे खुद के मास्क - इस समय जेल के 60 से अधिक कैदी जिनमें महिलाएँ भी शामिल हैं न केवल अपने खुद के लिए बल्कि मेडिकल कॉलेज, कलेक्ट्रेट, पुलिस आदि विभागों के लिए भी मास्क बना रहे हैं।
सौ और कैदियों को किया रिहा घर तक छोड़ा गया
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सेन्ट्रल जेल से शुक्रवार को एक सैकड़ा लोगों की एक और खेप रिहा की गई है। इस खेप में न्यायालय के आदेश पर 45 दिन की जमानत एवं शासन के निर्देश पर 60 दिन के लिए जमानत पर रिहा किया गया है। जेल से कुल रिहा किए जाने वाले कैदियों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। कैदियों को जब रिहाई का आदेश मिला तो वे इस बात पर खुश थे कि उनको घर तक छोड़ा जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ही कैदियों को उनके घर तक छोड़ा जा रहा है। कैदियों को बस व मिनी बस से छोड़ा जा रहा है। दोपहर में कैदियों को छोडऩे की प्रक्रिया चली और करीब एक घंटे के भीतर ही उन्हें बसों से रवाना कर दिया गया। रिहा करने से पहले सभी कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उन्हें स्वस्थ्य होने का प्रमाण पत्र भी दिया गया।
Created On :   3 April 2020 1:58 PM IST