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निजी सुरक्षा रक्षकों को भी मिली लोकल ट्रेन में सफर की इजाजत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महिलाओं के बाद अब निजी सुरक्षाकर्मियों को भी लोकल ट्रेनों में सफर की इजाजत मिल गई है। राज्य सरकार ने रेलवे अधिकारियों को गुरूवार को लिखे पत्र में सभी निजी सुरक्षाकर्मियों को उनकी पहचान पत्र देखकर लोकल ट्रेन में सफर की इजाजत देने को कहा है जिसे रेलवे ने स्वीकार कर लिया है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार की निजी सुरक्षा रक्षकों को लोकल से यात्रा की इजाजत देने की मांग स्वीकार कर ली गई है। उन्हें जल्द से जल्द राज्य सरकार से क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र लेना होगा। जब तक पहचान पत्र नहीं मिलता सुरक्षागार्ड अपनी वर्दी पहनकर और कंपनी द्वारा जारी पहचान पत्र दिखाकर यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि निजी सुरक्षा रक्षकों के संगठन सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने विभिन्न संस्थानों के खुलने और लॉकडाउन में राहत के बाद लोकल ट्रेनों में सफर की इजाजत मांगी थी जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया है। शुरूआत में चिकित्सा, पुलिस, महानगर पालिका जैसे अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को लोकल में इजाजत देने के बाद अब कुछ और लोगों को छूट दी जा रही । महिलाओं को भी कम भीड़भाड़ वाले समय में लोकल में यात्रा की इजाजत दे दी गई है।
टिकट खिड़कियों पर महिलाओं की भारी भीड़
सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे और शाम सात बजे से आखिरी लोकल तक सफर की इजाजत मिलने के बाद टिकट खिड़कियो पर महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई। मध्य रेलवे के दिवा स्टेशन का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी करते हुए सैकड़ों महिलाएं यात्रा के लिए टिकट हासिल करने की कोशिश करतीं नजर आई। इसके बाद रेलवे तुरंत हरकत में आई और स्टेशनों पर टिकट के लिए अतिरिक्त खिड़कियां खोल दी गई। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार के मुताबिक महिलाओं को यात्रा की इजाजत देने के बाद लोकल ट्रेनों की संख्या 987 से बढ़ाकर 1410 कर दी गई है। साथ ही टिकट देने के लिए भी अतिरिक्त खिड़कियां खोली गईं हैं।
Created On :   22 Oct 2020 8:01 PM IST