प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध बढ़ा

Protests escalate over making Pratapgarhi a Rajya Sabha candidate from Maharashtra
प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध बढ़ा
महाराष्ट्र प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध बढ़ा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शायर इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध बढ़ता जा रहा है। अब अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य विश्वबंधु राय ने इसका विरोध करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि राज्यसभा के लिए महाराष्ट्र कोटे से इमरान प्रतापगढ़ी को भेजा जाना स्थानीय नेताओं के साथ अन्याय है और वे चुनाव हार भी सकते हैं। उन्होंने लिखा है कि 2 विधायक जिताने वाले उत्तर प्रदेश के तीन नेताओं को राज्यसभा भेजा जाना हास्यास्पद है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के 44 विधायक है जिन्हें अगले चुनाव में 4 तक समेटने की रणनीति बनाई जा रही है। उन्होंने लिखा है कि राज्य की महाविकास आघाडी सरकार में कांग्रेसी नेता अपमानित होकर पड़े हैं और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी यहां की अनदेखी कर रहा है। विश्वबंधु राय से पहले पवन खेडा, नगमा और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे कई वरिष्ठ नेता भी प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध कर चुके हैं। अपने पत्र में राय के मुताबिक महाराष्ट्र में कई योग्य, सक्रिय और जनाधार वाले उत्तर भारतीय, मराठी भाषी और अल्पसंख्यक नेता मौजूद हैं लेकिन इनकी उपेक्षा की जा रही है। राय ने सवाल उठाया है कि क्या पार्टी आलाकमान दिल्ली में दरबारी करने वालों को ही निष्ठावान और पार्टी को मजबूत करने के योग्य समझती है। क्या अपने क्षेत्र में आम जनता के बीच काम करने वाले पार्टी नेताओं की नजर में अहमियत नहीं रखते। 

यह अल्पसंख्यक तुष्टिकरण 

राय ने अपने पत्र में सवाल उठाए हैं कि चार दिन पहले पार्टी से जुड़े और मुरादाबाद लोकसभा चुनाव करीब छह लाख वोटों से हार चुके हैं। अब तक एक भी नगर निगम चुनाव नहीं जिता सके हैं। फिर भी इन्हें अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंप दिया गया और अब राज्य सभा भेजा जा रहा है। राय के मुताबिक आम जनता और पार्टी कार्यकर्ता इमरान की उम्मीदवारी को अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के नजरिए से देख रहे हैं जबकि अल्पसंख्यकों के प्रभावशाली नेता इस फैसले से नाराज होंगे और पार्टी न बहुसंख्यक हिंदुओं को खुश कर पा रही है ना अल्पसंख्यकों को। राय के मुताबिक इससे पहले तुकबंदी करने वाले नवजोत सिंह सिद्दू को पंजाब की कमान सौंप कर पार्टी नतीजे भुगत चुकी है। क्या अब पार्टी में करियर बनाने के लिए शायर होना अनिवार्य होगा। 

महाराष्ट्र, राजस्थान में हार सकते हैं कांग्रेस उम्मीदवार

विश्वबंधु राय ने चेतावनी दी है कि राज्यसभा के लिए महाराष्ट्र और राजस्थान से जिस तरह के उम्मीदवार पार्टी ने चुने हैं वे चुनाव हार जाएं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी इसलिए पार्टी को अपने फैसले की समीक्षा करनी चाहिए। राय ने महाराष्ट्र के नेता मुकुल वासनिक को राजस्थान से उम्मीदवार बनाने पर भी सवाल उठाए हैं और लिखा है कि वे अपनी सांसद निधि का इस्तेमाल कहां करेंगे महाराष्ट्र में या राजस्थान में। राय ने यह कहते हुए वासनिक पर हमला भी बोला है कि उनका पूरा अस्तित्व दिल्ली कार्यालय तक सिमटा हुआ है। 

 

Created On :   31 May 2022 9:01 PM IST

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