दूरस्थ इलाकों में सेवाएँ देना निजी बैंकों के लिए कठिन

Providing services in remote areas is difficult for private banks
दूरस्थ इलाकों में सेवाएँ देना निजी बैंकों के लिए कठिन
दूरस्थ इलाकों में सेवाएँ देना निजी बैंकों के लिए कठिन

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक पूरे देश में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी शाखाओं के माध्यम से उपभोक्ताओं को सेवाएँ दे रहे हैं। लेकिन प्रायवेट बैंकों की शाखाएँ शहरी इलाकों के अलावा ऐसे दूरस्थ इलाकों में समुचित सेवाएँ नहीं दे सकेंगी और इसे देखते हुए केन्द्र सरकार को बैंकों का निजीकरण करने संबंधी अपना निर्णय तत्काल वापस लेना चाहिए। ऐसी माँग करते हुए दूसरे दिन भी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के तत्वावधान में बैंक कर्मियों ने अपना कामकाज बंद रख सिविक सेंटर उद्यान में प्रदर्शन किया। संयोजक विजय मिश्रा ने बताया कि बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन में उपस्थित रहकर बैंकों के निजीकरण होने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को सामने रखा। इस दौरान किसी भी हालत में बैंकों का निजीकरण नहीं करने की माँग भी उनके द्वारा दोहरायी गई। प्रदर्शन में राजेश कठल, आशीष सेन, प्रशांत खरे, विनोद जोशी, भूपेन्द्र बरकड़े, रिषी पांडे, नीलम चौबे एवं संतोष गुप्ता के अलावा एमपी सेन्ट्रल बैंक ऑफिसर्स यूनियन के अध्यक्ष शशांक मिश्रा, सुशील गुप्ता, प्रशांत उदेनिया, मेघा ठाकुर एवं प्रिंस जैन आदि मौजूद थे। 
18 एवं 19 मार्च को बीमा कर्मियों की हड़ताल - केन्द्र सरकार द्वारा किए जा रहे निजीकरण के विरोध में 18 एवं 19 मार्च को जनरल इंश्योरेंस यूनियन एवं सामान्य बीमा कर्मचारियों द्वारा संयुक्त हड़ताल का निर्णय लिया गया है। इस दौरान पहले दिन मोटर कार, स्कूटर, मकान एवं दुकान संपत्ति का बीमा करने वाले 4 लाख से अधिक कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र व्यापी हड़ताल रखी जाएगी। इसके अगले दिन 19 मार्च को भारतीय जीवन बीमा निगम के भी 6 लाख कर्मियों एवं एजेंट्स द्वारा निजीकरण के खिलाफ हड़ताल आयोजित की जाएगी। काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन के जिला अध्यक्ष एसके मिश्र, एसवी रानाडे, पीके बोस, रामरतन पारस, अजय एवं सुभाष जैन ने कर्मचारी संगठनों एवं आम नागरिकों से हड़ताल को समर्थन देने की माँग की है। 
कार्यालय बंद रखकर करेंगे विरोध 
 पब्लिक सेक्टर जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी ज्वाइंट फोरम ट्रेड यूनियनों के संगठनों के संयुक्त आह्वान पर भारत सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं विभिन्न माँगों को लेकर सरकारी जनरल इंश्योरेंस कंपनी के कार्यालय बंद रखकर हड़ताल पर रहेंगे। जबलपुर इकाई के सचिव प्रमोद उरमलिया के अनुसार इस हड़ताल में सरकारी बीमा कंपनियों का निजीकरण व विनिवेश करने की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने और वेतन समझौता जो कि वर्ष 2017 से बकाया है उसे तुरंत लागू करने सहित अन्य माँगों के लिए यूनाइटेड इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, न्यू इंडिया इंश्योरेंस एवं नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के सभी कार्यालय बंद कर राइट टाउन में प्रदर्शन व नारेबाजी की जाएगी।

Created On :   17 March 2021 9:50 AM GMT

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