राज ठाकरे ने कहा - अब स्कूल-कॉलेज में जाति देखकर बनाते हैं दोस्त, NCP जिम्मेदार

Raj Thackeray said -  Casteism increased in Maharashtra, NCP responsible
राज ठाकरे ने कहा - अब स्कूल-कॉलेज में जाति देखकर बनाते हैं दोस्त, NCP जिम्मेदार
महाराष्ट्र में जातिवाद राज ठाकरे ने कहा - अब स्कूल-कॉलेज में जाति देखकर बनाते हैं दोस्त, NCP जिम्मेदार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधा है। राज ने कहा कि साल 1999 में राकांपा की स्थापना के बाद राज्य में जातिवाद बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि साल 1999 से पहले राज्य में जातपात थी। लेकिन वो केवल चुनावों में मतदान तक सीमित था। पहले लोगों को अपनी जाति के प्रति अभिमान था। लेकिन राकांपा के जन्म के बाद जाति-जाति में द्वेष अधिक बढ़ गया है। पिछले 15 से 20 सालों में स्कूल और कॉलेजों में जातिभेद पहुंच गया। लोग स्कूलों और कॉलेजों में अपनी-अपनी जाति को देखकर दोस्त बनाने लगे हैं। 

शुक्रवार को पुणे में मनसे कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राज ने पवार के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने राज को प्रबोधनकार ठाकरे के लेखन को पढ़ने की सलाह दी थी। इस पर राज ने कहा कि मैंने प्रबोधनकार और पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के बारे में पढ़ा है। पर मैं पवार के बयान का मतलब समझ नहीं पाया। राज ने कहा कि मैंने जब पवार का साक्षात्कार लिया था, उस वक्त उन्होंने कहा था कि आरक्षण आर्थिक आधार पर होना चाहिए। राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास के मुद्दे पर लोकसभा चुनाव जीता था। इसका अर्थ है कि लोग विकास के मुद्दे पर वोट करते हैं।

राज ने कहा कि राज्य में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समाज का मोर्चा कैसे निकला? यदि आरक्षण नहीं देना है तो मराठा समाज को स्पष्ट बता देना चाहिए। राज ने कहा कि नगर निकाय चुनावों में जाति के आधार पर आरक्षण की बजाय केवल महिला और पुरुष ऐसे दो वर्ग का आरक्षण होना चाहिए। राज ने कहा कि चुनावी फायदे के लिए पार्टियों में जाति के आधार मोर्चा बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मेरे बयानों का आगामी मनपा चुनावों से कोई संबंध नहीं है। 

Created On :   20 Aug 2021 2:21 PM GMT

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