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महिला आयोग ने मुंबई पुलिस आयुक्त के बयान की निंदा की
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रीय महिला आयोग ने साकीनाका रेप मामले में मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पुलिस हर जगह मौजूद नहीं रह सकती। मुंबई पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने कहा कि यह बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकती। राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य मे राज्य में पिछले दो सालों से महिला आयोग की नियुक्ति न करने को लेकर राज्य सरकार पर भी सवाल उठाए। राष्ट्रीय महिला आयोग की पांच सदस्यीय टीम ने रविवार को साकीनाका दुष्कर्म मामले में पीड़ित के परिवार वालों से मुलाकात की साथ ही घटना स्थल और राजावाडी अस्पताल का भी दौरा किया जहां पीड़िता का इलाज हुआ था। महिला आयोग की टीम ने साकीनाका पुलिस स्टेशन पहुंचकर भी मामले की जांच से जुड़ी जानकारी ली। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अपराधियों के मन में अगर कानून का डर होता तो इस तरह की वारदात नहीं होती। गणेशोत्सव की तैयारियों के बीच रास्ते पर इस तरह की वारदात से पता चलता है कि आरोपी निरंकुश हैं। राज्य में पिछले एक सप्ताह में बलात्कार की कई घटनाएं हुईं हैं। कानून व्यवस्था पर सरकार का नियंत्रण न होने के चलते ऐसी घटनाएं हो रहीं हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग के मुताबिक पीड़ित महिलाएं न्याय न मिलने पर महिला आयोग का दरवाजा खटखटातीं हैं लेकिन राज्य सरकार इतनी संवेदनहीन है कि उसने पिछले दो सालों से राज्य महिला आयोग का गठन ही नहीं किया। बता दें कि मुंबई के साकीनाका इलाके में शुक्रवार को 34 वर्षीय महिला से एक टेंपो में बलात्कार के बाद सरिए और चाकू से उसे गुप्तांगों और शरीर के दूसरे हिस्सों पर चोट पहुंचाई गई थी। शनिवार को इलाज के दौरान महिला की मृत्यु हो गई। मामले में पुलिस ने मोहन चौहान नाम के एक 45 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार किया है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुुर जिले का रहने वाला चौहान मुंबई में ड्राइवर का काम करता है। मुख्यमंंत्री उद्धव ठाकरे ने वारदात को इंसानियत पर धब्बा बताते हुए विशेष जांच टीम का गठन कर एक महीने में आरोपपत्र दाखिल करने और मुकदमा फास्टट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्देश दिया है।
इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा था कि साकीनाका की घटना राज्य का सिर झुकाने वाली है। इस घटना के आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए सरकार को मामले को फास्ट ट्रैक पर चलाकर राऊत ने कहा कि विपक्ष को इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर राजनीति नहीं करना चाहिए। विपक्ष को आरोपियों को सजा दिलाने के लिए सरकार का सहयोग करना चाहिए। दूसरी ओर इस घटना का राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है। पीड़िता के परिवार वालों को मदद का भरोसा दिलाया है।साकीनाका में महिला से रेप और बाद में उसकी हुई मौत को लेकर विपक्ष ने प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार को घेर लिया है। जबकि प्रदेश के गृहमंत्री दिलीप वलसे- पाटील ने कहा है कि सरकार ने पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले को निर्देश दिए गए हैं। आरोपियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी। शनिवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि साकीनाका की घटना मानवता को कंलकित करनी वाली है। यह घटना दिल्ली के निर्भया के मामले को याद दिलाती है।
Created On :   12 Sept 2021 3:49 PM IST