जनरनेटर में फाल्ट से बंद हुई थी मुख्यमंत्री के मंच की बिजली! मुख्यालय ने कलेक्टर से तलब की रिपोर्ट

reason behind electricity incident in CM program is generator!
जनरनेटर में फाल्ट से बंद हुई थी मुख्यमंत्री के मंच की बिजली! मुख्यालय ने कलेक्टर से तलब की रिपोर्ट
जनरनेटर में फाल्ट से बंद हुई थी मुख्यमंत्री के मंच की बिजली! मुख्यालय ने कलेक्टर से तलब की रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, सतना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में 19 जुलाई की रात उचेहरा की जनसभा में अचानक बिजली बंद होने के मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरु हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इस संदर्भ में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कलेक्टर मुकेश शुक्ला से जांच रिपोर्ट तलब की है। कलेक्टर के निर्देश पर बिजली बंद होने के कारणों की पड़ताल के लिए पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के चीफ इंजीनियर केएल वर्मा भी शुक्रवार को सतना पहुंचे। एसई जीके द्विवेदी और मैहर डीई प्रशांत सिंह के साथ बैठक कर चीफ इंजीनियर ने वीवीआईपी ड्यूटी के दौरान पावर सप्लाई बंद होने के कारणों की जांच की। विद्युत कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने बाद में स्थल निरीक्षण भी किया। उधर,कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने बताया कि विद्युत कंपनी से 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। 

10 मिनट मंच पर अंधेरे में रहे सीएम
मुख्यमंत्री की दो दिवसीय जनआशीर्वाद यात्रा के समापन मौके पर 19 जुलाई को उचेहरा स्थित एक्सीलेंस स्कूल परिसर में जनसभा आयोजित थी। सीएम शिवराज सिंह चौहान रात 10 बज कर 10 मिनट पर मंच पर पहुंचे। वो जनसभा को संबोधित ही कर रहे थे कि 10 बज कर 50 मिनट पर अचानक मंच और पांडाल की बिजली बंद हो गई। मंचासीन नेताओं ने मोबाइल के टार्च जलाए तो देखा-देखी,एक-एक कर पूरा पांडाल जुगुनू जैसी रोशनी से भर गया। बिजली बंद होने के बाद भी तकरीबन 10 मिनट तक मुख्यमंत्री का धाराप्रवाह भाषण जारी रहा। रात 11 बजे वो मंच से नीचे आए और उनका रथ उचेहरा रेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गया। 

आखिर क्यों आया गतिरोध
विद्युत कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों की मानें तो सभा स्थल पर शाम ढलते ही 7 बजे से मंच और पांडाल की पावर सप्लाई किराए के 125 केवीए जनरेटर से चालू कर दी गई थी। लगातार 4 घंटे तक जनरेटर के चलने के कारण जनरेटर की सर्विस केबल में फाल्ट आ गया। फाल्ट के कारण मंच और पांडाल की लाइट बंद हो गई। जबकि साउंड सिस्टम नहीं बंद हुआ। कंपनी के अधिकारियों के दावे के मुताबिक जनरनेटर में फाल्ट के कारण ही बंद मुख्यमंत्री के मंच की बिजली बंद हुई थी। 

मगर, एक अनुत्तरित सवाल
उधर, इसी गंभीर मामले में जानकार सूत्रों का ये सवाल अनुत्तरित है कि जब मुख्यमंत्री की जनसभा के दौरान पूरे समय उचेहरा कस्बे में बिजली थी तो फिर मंच और पांडाल में बिजली के लिए लगातार जनरेटर का इस्तेमाल क्यों किया गया? सूत्रों को आशंका है कि सीएम की मौजूदगी में पावर कट के डर से विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने ही सोंची समझी रणनीति के तहत मंच और पांडाल को जनरेटर से जोड़े रखा? ताकि बिजली जाने की स्थिति का दोष अंतत: विद्युत कंपनी के सिर न पड़े।  

इनका कहना है
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आयोजन स्थल की बिजली बंद होने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। जांच कराई जा रही है। कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई है। 
मुकेश शुक्ला, कलेक्टर 

Created On :   21 July 2018 8:17 AM GMT

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