दंगा-फसाद से निपटने परेड ग्राउंड में की गई रिहर्सल।

Rehearsals were done at the Parade Ground to deal with the riots.
दंगा-फसाद से निपटने परेड ग्राउंड में की गई रिहर्सल।
पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, चलाई गोली दंगा-फसाद से निपटने परेड ग्राउंड में की गई रिहर्सल।

डिजिटल डेस्क, सतना। वेतन और भत्तों में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर एक माह से सीमेन्ट फैक्ट्री के गेट पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने प्रबंधन के अडियल रवैये से नाराज होकर रविवार शाम को उग्र रूप अख्त्यिार कर लिया। लगभग 40 आंदोलनरत श्रमिक फैक्ट्री पर कब्जा करने की नियत से एकत्र हो गए, यह स्थिति देखकर प्रबंधन ने फौरन जिला प्रशासन से सम्पर्क किया, तो पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने हेडक्वार्टर डीएसपी ख्याति मिश्रा के नेतृत्व में सवा सौ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को फौरन फैक्ट्री के लिए रवाना कर स्थिति नियंत्रण में लेने के निर्देश दिए, तो कुछ देर बाद एएसपी सुरेन्द्र कुमार जैन के साथ खुद भी मौके पर जा पहुंचे। 

चेतावनी बेअसर तो किया बल प्रयोग-

जिला प्रशासन की तरफ से कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को भी मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने उग्र प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण ढंग से बात करने के लिए आमंत्रित किया, मगर श्रमिकों ने बात नहीं सुनी और पत्थरबाजी करते हुए आगजनी पर उतारू हो गए। तब पुलिस ने वाटर कैनन और मोर्चे पर लगाए गए दो वज्र वाहनों एवं मैदानी दल के जरिए 5 राउंड आंसू गैस के गोले दागकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन तब भी बात नहीं बनी, तो लाठी चार्ज  का आदेश दे दिया गया। इसके बावजूद श्रमिक उत्पात मचाते रहे, जिस पर मजिस्ट्रेट की अनुमति से पुलिस ने दो राउंड हवाई और दो राउंड दंगाईयों पर फायर किए, जिसमें एक प्रदर्शनकारी के पैर में गोली लगी। वहीं पत्थरबाजी में दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया।

बलवा से निपटने मॉकड्रिल-

यह विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई किसी असली फैक्ट्री के सामने नहीं था, बल्कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर दंगा-फसाद से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए परेड ग्राउंड में मॉकड्रिल कराई गई थी। जिसमें पुलिस के ही आधा सैकड़ा अधिकारियों-कर्मचारियों को फैक्ट्री का कर्मचारी बनाया गया था, जबकि इनसे निपटने के लिए 125 पुलिसकर्मी उतारे गए थे। बलवा ड्रिल से पहले एसपी धर्मवीर सिंह और एएसपी सुरेन्द्र जैन ने सभी को दिशा-निर्देश दिए। 

पुलिस अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारियां-

डीएसपी ख्याति मिश्रा को बलवा ड्रिल प्रभारी बनाया गया था, जबकि सिविल लाइन टीआई अर्चना द्विवेदी को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, कोठी टीआई भूपेन्द्रमणि पांडेय को वाटर कैनन दस्ता प्रभारी, जैतवारा टीआई सुरभि शर्मा को अश्रु गैस दस्ता इंचार्ज, अमरपाटन थाना प्रभारी संदीप भारतीय को लाठी पार्टी और एसएएफ की 5वीं बटालियन के कमांडेंट चेतन सिंह को राइफल पार्टी की कमान सौंपी गई थी। गौरतलब है कि खरगोन समेत प्रदेश के कई जिलों में जुलूस और रैलियों में दंगे भड़के थे, जिसके बाद से पुलिस ने इनसे निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं। मॉकड्रिल के बाद एसपी ने सभी थाना प्रभारियों और पुलिस लाइन की गाडिय़ों में बलवा किट की उपलब्धता के साथ वायरलेस एवं अन्य साजो सामान की उपलब्धता की जांच की।
 

Created On :   25 April 2022 7:07 PM IST

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