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फूड डिलीवरी एप से परेशान रेस्टोरेंट-होटल,अपनाया कड़ा रुख

डिजिटल डेस्क, मुंबई। घर पर खाना पहुंचाने वाली फुड डिलिवरी एप से होटल-रेस्टोरेंट वाले परेशान हैं। इससे उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। फेडरेशन ऑफ होटल एण्ड रेस्टोरैंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने फुड डिलीवरी एप कंपनियों को फेडरेशन और इसके संबंधित एसोसिएशन से जल्द से जल्द बातचीत के लिए बुलाया है। ज़ोमैटो, स्विगी, नियरबाय, डाईनआउट प्रायस हाईट्स, इज़ी डाईनर और मैजिकपिन को लिखे पत्र में फेडरेशन ने अनैतिक व्यवसायिक कार्यों की ओर इशारा किया है और उनकी सभी योजनाओं की समीक्षा किए जाने की मांग की है। एफएचआरएआई ने कहा कि टेक्नॉलॉजी पार्टनर के रूप में केवल सदस्यों की इन्वेंटरी को होस्ट करके फुड एप कंपनियां अपनी जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो जाती और इसे भारत में लाखों उद्यमियों की अपेक्षाओं व परंपराओं को बदलने का अधिकार नहीं मिल जाता।
एफएचआरएआई के उपाध्यक्ष गुरबक्शिष सिंह कोहली ने कहा कि दुख की बात है कि गैरव्यवहारिक, गैरतार्किक और संवेदनहीनता के साथ दी गई छूट के कारण हॉस्पिटैलिटी उद्योग मुश्किल में आ गया है। फुड सप्लाई एप के मामले में सबसे आम शिकायत यह है कि उनके कॉन्ट्रैक्ट एकतरफा हैं। ये कॉन्ट्रैक्ट उद्योग में एक समान नहीं और प्रतिष्ठित ब्रांडों के मुकाबले स्टार्टअप्स से पक्षपात करते हैं। एफएचआरएआई ने अत्यधिक ऊंचे कमीशन, भुगतान की शर्तों तथा मनमाने ढंग से लगाए जाने वाले अतिरिक्त शुल्क और फुड सप्लाई एप के अनैतिक कार्यों की ओर भी इशारा किया।
एफएचआरएआई के कोषाध्यक्ष सोमराजू ने कहा कि 25 प्रतिशत के पीनल कमीशन अब स्टैंडर्ड बन गए हैं। केवल प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए इतने उंचे शुल्क अनैतिक हैं। ग्राहक से डिलीवरी का अतिरिक्त शुल्क वसूलते हैं, यानि दो बार शुल्क वसूली होती है। इसके अलावा, ग्राहकों के सामने यह प्रदर्शित किया जाता है कि रेस्टोरेंट बंद है, क्योंकि वहां डिलीवरी ब्वॉय उपलब्ध नहीं होते।
Created On :   21 Aug 2019 12:14 PM IST