गौरी यादव गिरोह का इनामी डकैत गिरफ्तार - 12 बोर की बंदूक और कारतूस समेत खाद्य सामग्री जब्त 

Rewarded dacoit of Gauri Yadav gang arrested - 12 bore gun and food items including cartridges seized
गौरी यादव गिरोह का इनामी डकैत गिरफ्तार - 12 बोर की बंदूक और कारतूस समेत खाद्य सामग्री जब्त 
गौरी यादव गिरोह का इनामी डकैत गिरफ्तार - 12 बोर की बंदूक और कारतूस समेत खाद्य सामग्री जब्त 

डिजिटल डेस्क सतना। तराई में सक्रिय एक मात्र अंतरराज्यीय दस्यु सरगना गौरी यादव गिरोह के हार्डकोर सदस्य को मझगवां पुलिस ने जिल्लहा के जंगल में घेराबंदी कर पकड़ लिया। इनामी डकैत के कब्जे से रॉयफल और कारतूस समेत खाद्य सामग्री जब्त की गई है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि डेढ़ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान रविवार रात को मझगवां थाना क्षेत्र के जिल्लहा से लगे जंगल में 5 हजार के इनामी डकैत रामजी उर्फ भइला यादव पुत्र रामकृपाल यादव 52 वर्ष निवासी ऊंचामार थाना बरौंधा को देखे जाने की सूचना मिली थी,जिस पर थाना प्रभारी ओपी सिंह को एक टीम के साथ घेराबंदी के लिए रवाना कर दिया गया। पुलिस ने जंगल में पहुंचकर सर्चिंग करते हुए तालाब के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को देखकर सरेंडर करने के लिए ललकारा तो वह भागने लगा,लिहाजा सतर्क पुलिस कर्मियों ने पीछा कर पकड़ लिया, जिसकी पहचान रामजी के रुप में की गई। बदमाश के कब्जे से 12 बोर की देशी बंदूक, कारतूस और एक पॉलीथिन में दो पैकेट नमकीन, 5 पैकेट बिस्किट, गुटखा का चार पाउच, टूथब्रस और पेस्ट बरामद किए गए। आरोपी के खिलाफ आम्र्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत कायमी कर न्यायालय में पेश किया गया,जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 
गिरोह की मदद और रसद पहुंचाता था डकैत
आरोपी रामजी उर्फ भइला की रिश्तेदारी उत्तरप्रदेश के कर्बी जिला अंतर्गत बिलहरी गांव में है, इस नाते उसकी जान-पहचान गौरी यादव से हो गई और वह गैंग के लिए काम करने लगा। इलाके में गिरोह को पनाह देने,रास्ता बताने और खाना-पीना पहुंचाने का जिम्मा रामजी ने ले लिया था। अपने क्षेत्र में सरकारी कामों के ठेकेदारों, तेंदूपत्ता और वन विभाग का काम करने वालों की जानकारी भी वह गिरोह तक पहुंचाने के साथ ही धमकी देने और रंगदारी वसूलने में मदद करता था। आरोपी डकैत के इशारे पर ही बीते 21 मई को गैंग लीडर गौरी यादव जिल्लहा गांव आकर तेंदूपत्ता ठेकेदार सौखीलाल कोरी और उसके दो साथियों की जमकर पिटाई करते हुए 50 हजार की रंगदारी मांगी है। इस मामले में आरोपी रामजी के खिलाफ इनाम घोषित किया गया था। उसके विरुद्ध वर्ष 2005 में डकैतों की मदद और आम्र्स एक्ट का पहला अपराध दर्ज किया गया था,जिसके बाद से चोरी, रंगदारी, मारपीट समेत 8 प्रकरण अब तक कायम हो चुके हैं। 
ये रहे शामिल
इनामी डकैत की गिरफ्तारी में मझगवां थाना प्रभारी ओपी सिंह के साथ एएसआई रंगदेव सिंह, कप्तान सिंह, चक्रधर प्रजापति, आरक्षक ईष्टदेव दीक्षित, अमित यादव, राजमणि साहू, बृजेश्वर यादव, अर्र्पित त्रिवेदी, राकेश कश्यप, रणविजय कुमार, अनुज सिंह, पिंटू कुमार, सीताराम रावत और विकेश पटेल ने अहम भूमिका निभाई।

Created On :   28 Oct 2020 3:51 PM IST

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