मध्यांचल बैंक में सेंध लगाकर चोरी का प्रयास - दीवार खोदने के बाद टॉयलेट शीट उखाड़कर अंदर पहुंचे बदमाश

Robbery attempt by breaking into the mid-bank - crooks rushed inside by uprooting the wall
मध्यांचल बैंक में सेंध लगाकर चोरी का प्रयास - दीवार खोदने के बाद टॉयलेट शीट उखाड़कर अंदर पहुंचे बदमाश
मध्यांचल बैंक में सेंध लगाकर चोरी का प्रयास - दीवार खोदने के बाद टॉयलेट शीट उखाड़कर अंदर पहुंचे बदमाश

डिजिटल डेस्क सतना। कोटर कस्बे में संचालित मध्यांचल ग्रामीण बैंक ब्रांच में अज्ञात बदमाशों ने सेंध लगाकर चोरी का प्रयास किया, मगर लॉकर नहीं काट पाए, जिससे लोगों के लाखों रुपए बच गए। इस घटना पर पुलिस ने अपराध दर्ज करते हुए चोरों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कोटर कस्बे के वार्ड क्रमांक 12 में स्थित बैंक के मैनेजर एनके लक्षवानी समेत सभी कर्मचारी बुधवार शाम को 6 बजे बैंक में ताला लगाकर घर चले गए थे, तब देर रात पीछे की तरफ से बाथरूम की दीवार में सेंध लगाने के बाद टॉयलेट शीट को उखाडकर अज्ञात बदमाश अंदर घुस गए और लॉकर रूम तक जा पहुंचे, मगर पूरी कोशिश के बाद भी लॉकर नहीं खोल पाए। अंतत: चोरों को खाली हाथ लौटना पडा। यदि कहीं चोर अपने मंसूबों में सफल हो जाते तो करीब 25 लाख की रकम से बैंक को हाथ धोना पड़ता।
तब पुलिस को मिली खबर
गुरूवार को अवकाश के कारण बैंक नहीं खुला, लेकिन जब दोपहर करीब 12 बजे मकान मालिक प्रवीण कुमार वर्मा घूमते हुए पीछे की तरफ गए तो दीवार पर बडा छेंद दिखा, जिससे गड़बड़ी की आशंका हुई, लिहाजा उन्होंने बैंंक प्रबंधक और पुलिस को सूचित कर दिया। कुछ देर में ही थाना प्रभारी शैलेन्द्र पटेल मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए। एमजी बैंक में चोरी की कोशिश की बात पता चलने पर पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने गुरूवार दोपहर को कोटर पहुंचकर बैंक का निरीक्षण किया और मैनेजर और थाना प्रभारी से चर्चा कर घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने साइबर सेल को भी अपराधियों का पता लगाने के लिए जांच में कोटर पुलिस का सहयोग करने के निर्देश दे दिए हैं, तो हिस्ट्रीशीटरों, हाल ही में जेल से छूटे अपराधियों से पूछताछ करने के लिए कहा है।
सीसीटीवी कैमरों के काट दिए थे वायर
चोरों ने बैंक में घुसते ही अंदर लगे 4 सीसीटीवी कैमरों के वायर काट दिए थे, ताकि उनकी करतूत और चेहरे न दिखें। बैंक में किसी को भी कैमरे व डीवीआर चलाने की जानकारी नहीं है, ऐसे में पुलिस को फुटेज नहीं मिले, जिससे यह पता नहीं लगाया जा सका कि चोर कब बैंक के अंदर घुसे। रिकार्डिंग देखने के लिए कैमरे लगाने वाली कंपनी के इंजीनियर को बुलाया गया है, उसके आने पर ही जांच में तेजी आएगी। पुलिस का मानना है कि वारदात से पूर्व चोरों ने बैंक में बारीकी से रेकी की है, तभी उन्हें चप्पे-चप्पे की जानकारी थी।

Created On :   12 March 2021 5:45 PM IST

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