संजय पांडे मुंबई के नए पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं

Sanjay Pandey is the new police commissioner of Mumbai, senior IPS officer
संजय पांडे मुंबई के नए पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं
जिम्मेदारी संजय पांडे मुंबई के नए पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आईपीएस अधिकारी संजय पांडे को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। हेमंत नागराले की जगह उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। सोमवार शाम को नागराले ने पांडे को आधिकारिक रुप से जिम्मेदारी सौंप दी। 1986 बैच के अधिकारी पांडे राज्य के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं वे इसी साल 30 जून को सेवानिवृत्त होंगे। पांडे फिलहाल महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा महामंडल के प्रबंध निदेशक पद पर थे। अब नागराले को इस पद की जिम्मेदारी दी गई है। 

नागराले को परबीर सिंह को हटाकर मुंबई पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस समय वे राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर तैनात थे। नागराले के हटाए जाने के बाद रजनीश सेठ को कुछ दिनों तक डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। राज्य का सबसे वरिष्ठ आईपीएस होने के बावजूद नजर अंदाज किए जाने से नाराज पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर नाराजगी जताई थी और वे छुट्टी पर चले गए थे। इसके बाद पिछले साल अप्रैल महीने से राज्य के पुलिस महानिदेशक की अतिरिक्त जिम्मेदारी पांडे को सौंप दी गई थी। लेकिन राज्य में स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर दाखिल एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले में कड़ा रुख अपनाया था जिसके बाद राज्य सरकार ने रजनीश सेठ को राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाया।   

श्री कृष्ण आयोग ने भी की थी तारीफ 

मूलरुप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले संजय पांडे ने कानपुर आईआईटी से आईटी कंप्यूटर में इंजीनियरिंग की है। पुलिस की आईपीएस परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने पुणे से बतौर एसीपी वर्दी के साथ सफर शुरू किया था। साल 1992-93 के मुंबई दंगों के दौरान वे मुंबई में बतौर पुलिस आयुक्त तैनात थे। इस दौरान उन्होंने दंगों पर नियंत्रण के लिए मोहल्ला समिति बनाई थी। श्रीकृष्ण आयोग ने भी अपनी रिपोर्ट में पांडे के काम की तारीफ की थी। वे नार्कोटिक्स और आर्थिक अपराध शाखा में भी काम कर चुके हैं। पांडे ने साल 2001 में इस्तीफा दे दिया था लेकिन सरकार ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया। इसके बाद साल 2005 में वे फिर सेवा में लौटे। बाद में वे स्वेच्छानिवृत्ति चाहते थे लेकिन इस बार भी उनकी इच्छा पूरी नहीं हुई। साल 2014-15 में लीगल मेट्रोलॉजी विभाग में तैनाती के दौरान उन्होंने फ्लैट के कारपेट एरिया में धांधली करने वाले बिल्डरों पर शिकंजा सका था। साल 2015 में उन्हें एडीजी होमगार्ड बनाया गया था। 


 

Created On :   28 Feb 2022 9:29 PM IST

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