पेंच नहर की एक्वाडक्ट फूटी, मचा हड़कंप, घटिया काम का लगा आरोप

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पेंच नहर की एक्वाडक्ट फूटी, मचा हड़कंप, घटिया काम का लगा आरोप
पेंच नहर की एक्वाडक्ट फूटी, मचा हड़कंप, घटिया काम का लगा आरोप


डिजिटल डेस्क सिवनी। पेंच परियोजना की नहरों में घटिया काम की पोल एक बार फिर खुल गई।ाशनिवार  शाम को करीब पांच बजे नोलिया के पास पटपुरा नाले पर बना एक्वाडक्ट फूट गई। स्थिति यह रही कि पूरा पानी नाले में जाता रहा  और फूटे हिस्से के आगे गया पानी वापस रिवर्स होकर नाले में गिरता रहा। इस घटना के बाद पेंच अफसरों में हड़कंप मच गया। इधर किसानों के सामने एक बार फिर मुसीबत आ गई कि। उनका कहना है कि अब  वे खेत में कैसे सिंचाई करेंगे।
चार साल पहले बनी नहर
जानकारी के अनुसार सिवनी शाखा की नहर 44 किमी लंबी चार साल पहले बनाई गई थी। माचागोरा से करीब एक हफ्ते पहले पानी छोड़ा गया। नहरों से किसान पानी  लेते रहे लेकिन अचानक नहर के फूटने से किसान आक्रोशित हो गए। उनके अनुसार पटपुरा नाले के उपर एक्वाडक्ट बनाते समय घटिया काम किया गया जिसका नतीजा यह हुआ कि वह पानी का दबाव भी नहीं झेल पाई।
मौके पर नहीं पहुंचा कोई जिम्मेदार
घटना की जानकारी मिलने के बाद भी कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा। नहर में  पानी शुरु रहा। शाम करीब सात बजे बांध के मैन कंटोल रूम में नहर बंद करने का मैसेज दिया गया तब तक कई हजारों गैलन पानी नाले में बह गया। यहां से पानी वैनगंगा नदी में पहुंच गया। जबकि नहर फूटने के बाद मौके पर नहर निर्माण कंपनी के जिम्मेदारों को पहुंचना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
नहर सुधार में वक्त लगने से किसानों को नुकसान
नहर के सुधार कार्य में ही काफी वक्त लग सकता है। ऐसे में जिन किसानों ने अभी बोवनी करें है और जिन किसानो को ओर भी पानी की जरूररत है उनको दिक्कतें हो गई हैं। नहर सुधार होने के बाद ही पानी की आपूर्ति होगी तब तक फसलो को पानी  नहीं मिला तो फसल खराब हो सकती है। इस नहर सेे ही करीब 30 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होती है।
पहले भी इसी तरह हुआ था हादसा
जानकारी के अनुसार पिछले साल भी सिमरिया के पास पेंच नहर का एक्वाडक्ट नाले के उपर से फूट गया था। दो दिनों तक पानी नाले में बहता  रहा। बाद में नहर निर्माण कंपनी ने आनन फानन में सुधार कार्य कराया लेकिन वह भी औपचारिक रूप से। इसमें पालीथिन लगा दी गई थी लेकिन बाद में फिर नहर टूट गई। करीब एक पखवाड़े तक किसान खेतों में सिंचाई नहीं कर पाए थे। किसानों ने पहले ही घटिया काम के आरोप लगाए थे।  अधिकारियों को किसानो के आक्रोश का सामना करना पड़ा था।
अभी भी नहरें जगह जगह से फूटी
पेंच नहरों की स्थिति यह है कि अभी भी कई जगह से फूटी पड़ी है। जबकि सुधार के लिए कई बार मांग की जा चुकी है। पूर्व में भी किसानों ने धरना प्रदर्शन किया था। इसमें आवश्वासन मिला था। अभी वर्तमान में कई जगह नहरों की दीवार टूटी है तो पुलिया जर्जर है। नहरो की सफाई भी नहीं की गई। हाल ही में नहरों का मरम्मत कराया गया था लेकिन फिर से वह जर्जर हो गई।
इनका कहना है
पेंच  परियोजना के ठेकेदारों और अफसरों ने मिलकर यह घटिया काम  किया है। इसमें भ्रष्टाचार किया गया है इसके कारण यह दुर्दशा हो रही है।
दिनेश राय, विधायक, सिवनी
मुझे शाम को ही नहर की विंग फूटने की जानकारी मिली तो मैंने नहर में  पानी सप्लाई बंद करने के लिए कहा।चार साल पहले नहर बनी है। हो सकता है कि जो हिस्सा ढहा है वह कमजोर रहा होगा। फिर भी जल्द सुधार कार्य करा दिया जाएगा।
डीएस टेकाम,ईई, पेंच परियोजना

Created On :   19 Dec 2020 11:44 PM IST

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