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ज्यादा घातक है संक्रमण की दूसरी लहर, 40 डॉक्टर व स्टाफ संक्रमित
कोरोना फाइटर्स को सैल्यूट स्वास्थ्य विभाग, विक्टोरिया हॉस्पिटल के मुकाबले मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ज्यादा हुए बीमार, अभी दो चिकित्सक हैं भर्ती, कई डॉक्टर घर न जाकर हॉस्टल में रहकर निभा रहे फर्ज
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है। यह वायरस जिस अंदाज में आम आदमी को अपनी गिरफ्त में ले रहा है तो ठीक उसी तरह डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी भी इससे ग्रसित हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 22 विभागों में तैनात अलग-अलग तरह के क्लीनिकल, नॉन क्लीनिकल और पैरा क्लीनिकल चिकित्सक, सहयोगी स्टाफ को मिलाकर करीब 40 प्रतिशत अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं। बीते साल जब कोरोना वायरस ने अपने पैर पसारे तो भी हालात ठीक थे, लेकिन इस बार दूसरी लहर का नया स्ट्रेन जो कुछ अलग लक्षणों के साथ सामने आ रहा है वह ज्यादा लोगों को शिकार बना रहा है। 270 डॉक्टर, 1400 के करीब स्टाफ में 40 प्रतिशत संक्रमण से ग्रसित हो चुके हैं। अभी फिलहाल दो डॉक्टर इससे संक्रमित होकर भर्ती भी हैं।
मेडिकल से अलग विक्टोरिया हॉस्पिटल में संक्रमण की दर कम है। यहाँ पर औसत रूप से 20 से 25 फीसदी लोगों को ही संक्रमण ने घेरा है। मेडिकल में कोरोना वायरस के प्रकरण ज्यादा होने और स्टाफ भी अधिक होने से यह प्रतिशत वहाँ अधिक है। मेडिकल अधीक्षक डॉ. राजेश ितवारी कहते हैं कि सेवा में लगे लोगों के ज्यादा संख्या में बीमार होने के बाद भी हमारा स्टाफ अपनी सेवाएँ दे रहा है। एक बार किसी चिकित्सक के बीमार होने पर वह आमतौर पर 15 दिन नहीं आता है, लेकिन इसके बाद वह फिर से ड्यूटी दे रहा है। डॉ. ितवारी के अनुसार पीजी डॉक्टरों के बीमार होने का प्रतिशत तो कहा जा सकता है कुछ ज्यादा ही है। वहीं सिविल सर्जन डॉ. सीवी अरोरा कहते हैं कि बड़ी चुनौती के साथ डॉक्टर से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ इस समय काम रहे हैं। बीमार होंगे भी तो ठीक होकर सेवा देना है।
Created On :   27 April 2021 2:04 PM IST