बारिश में नंबर प्लेट पर लगे टेप उखडने से खुला गोल्ड शोरूम की चोरी का राज

आरोपी गिरफ्तार, 5 करोड़ 43 लाख का माल बरामद बारिश में नंबर प्लेट पर लगे टेप उखडने से खुला गोल्ड शोरूम की चोरी का राज

डिजिटल डेस्क जबलपुर। लार्डगंज थाना क्षेत्र स्थित पायलवाला गोल्ड शोरूम में प्रदेश में हुई अब तक की सबसे बड़ी चोरी का 15 दिन में खुलासा कर पुलिस ने चोरी का 5 करोड़ 43 लाख का माल बरामद किया है। चोरी की वारदात का खुलासा चोरों द्वारा इस्तेमाल की गई इनोवा कार से हुआ। कार की पतासाजी के बाद पुलिस ने गोहलपुर क्षेत्र के तीन संदिग्धों को पकड़कर उनके पास से चोरी के जेवर बरामद किए हैं। उक्त जानकारी एडीजीपी उमेश जोगा ने एक पत्रवार्ता में दी। इस दौरान डीआईजी आरएस परिहार, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा भी मौजूद थे।
इस संबंध में बताया गया कि चोरी की इस सनसनीखेज वारदात में उत्तर मोतीनाला निवासी गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा पिता अब्दुल रहमान उम्र 42 वर्ष का होना पता चला। उसके बाद पुलिस ने पतासाजी कर गोपी को पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद उसके दो अन्य साथी बैजू उर्फ बैजुद्दीन पिता मोह. जुनैद उम्र 32 वर्ष निवासी यूनानी दवाखाना गोहलपुर व आरिफ पिता मो. राजू उर्फ रज्जब उम्र 28 वर्ष को पकड़कर चोरी का माल बरामद किया। पूछताछ में आरोपी गुलाम मुस्तफा ने कबूला कि वारदात के बाद इनोवा कार को भेड़ाघाट में छोड़ आया था फिर तीन दिन बाद 19 अगस्त को वहां से कार उठाकर लाए और अधारताल क्षेत्र के बबलू कबाड़ी को कबाड़ में कटवाने के लिए दे दी और नागपुर एवं अजमेर घूमने चला गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 किलो 252 ग्राम 070 मिली ग्राम सोने के जेवर कीमत 5 करोड़ 43 लाख 43 हजार 500 रुपए के एवं घटना में प्रयुक्त कटर, इनोवा क्रमांक एमपी 20 बीए 1255 एवं मोटर साइकिल क्रमांक 20 एमए 3410 जब्त की है।
कर्ज चुकाने के लिए बनाई चोरी की योजना
पूछताछ में आरोपी गोपी ने बताया कि वह वाहन खरीदी-बिक्री का काम करता था, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने का छोटा कारखाना भी चलाता था। कोरोना में लॉकडाउन के चलते व्यापार में घाटा होने के कारण कर्ज बढ़ रहा था और वारदात में प्रयुक्त इनोवा कार की किश्त भी वह नहीं चुका पा रहा था। जिसके चलते उसने अपने साथी बैजू के साथ मिलकर योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया।
एक माह तक करता रहा रैकी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शोरूम में चोरी करने के पहले गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा एक माह तक शोरूम की रैकी करता रहा। इसके बाद 16 अगस्त की रात इनोवा लेकर दत्त मंदिर पहुँचा। वहाँ से गली से घुसकर शोरूम के पिछले हिस्से के 10 ताले काटकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
तीन घंटे घूमते रहे गलियों में
वारदात के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए चोर इनोवा कार से 3 घंटे तक शहर की विभिन्न सड़कों व गलियों में घूमते रहे। इसके बाद उन्होंने कोसमघाट में जेवरों की बोरी को छिपाकर सीसीटीवी कैमरे की डीव्हीआर व औजार आदि नाले में बहा दिए थे। इसके बाद इनोवा कार को भेड़ाघाट में छोड़कर घर लौटे और फिर बाइक से कोसमघाट पहुँचकर जेवर उठाने के बाद घर लौटकर गोपी व बैजू ने जेवर बराबर बाँट लिए थे।
इनोवा के नंबर से खुला राज
जानकारी के अनुसार वारदात के दौरान आरोपियों ने वाहन की नंबर प्लेट को कपड़े से ढककर उस पर टेप चिपका दिया था। तेज बारिश के कारण नंबर प्लेट का टेप उखड़ गया और नंबर नजर आने लगे थे। जाँच के दौरान ढाबे में इस बात की पुष्टि हुई थी उसके बाद सीएसपी अखिलेश गौर द्वारा इनोवा की पहचान कराने के लिए एक पार्षद को गाड़ी की फोटो दिखाई तो उसने गाड़ी गोपी की होना बताया था।
आरिफ ने दी थी धमकी
मुख्य आरोपी गोपी ने योजना के मुताबिक आरिफ को भी वारदात में शामिल करना था लेकिन उसने इनकार दिया। जब उसे चोरी का पता चला तो उसने गोपी को धमकाया कि वह पुलिस को सब बता देगा। इसके बाद गोपी ने उससे कहा कि उसे सिर्फ सौ ग्राम जेवर मिले हैं बाकी अन्य सदस्यों में बँट गये, उसमें से गोपी ने आरिफ को 50 ग्राम जेवर दिए थे।

 

Created On :   31 Aug 2022 10:43 PM IST

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