हाईकोर्ट परिसर से 4 लोगों के अपहरण से फैली सनसनी, पढ़ें पूरा मामला

Sensation in high court after the news of kidnapping of 4 people
हाईकोर्ट परिसर से 4 लोगों के अपहरण से फैली सनसनी, पढ़ें पूरा मामला
हाईकोर्ट परिसर से 4 लोगों के अपहरण से फैली सनसनी, पढ़ें पूरा मामला

 डिजिटल डेस्क जबलपुर । मंगलवार की दोपहर हाईकोर्ट परिसर में वकील प्रतिवाद दिवस मना रहे थे। दोपहर करीब 1 बजे गेट नंबर 5 से 8 लोग परिसर में घुसे और स्टेट बार काउंसिल के सामने से चार लोगों को फिल्मी स्टाइल में उठाकर ले गए। जब तक गेट नंबर 5 पर मौजूद पुलिस कर्मी उन तक पहुंच पाते, वे सभी पहले से स्टार्ट बोलेरो में उन चारों को लेकर रफूचक्कर हो गए। घटना की शिकायत मिलते ही रजिस्ट्रार जनरल मोहम्मद फहीम अनवर ने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए। साथ ही हाईकोर्ट के सुरक्षा अधिकारी हेमंत तिवारी से भी स्पष्टीकरण मांगते हुए कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज ब्लॉक कराए। देर शाम को खुलासा हुआ की अपहरण करने वाले लोग क्राइम ब्रांच के थे और उन्होंने उत्तरप्रदेश में रहने वाले उन चारों लोगों की रैकी के बाद उन्हें गिरफ्तार किया है। पता चला है कि उठाए गए चारों लोग अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट परिसर आए थे।
रजिस्ट्रार जनरल को शिकायत
घटना के दौरान गेट नंबर 5 पर ही मौजूद अधिवक्ता राजेश कुमार पाण्डे इस पूरी घटना के चश्मदीद  गवाह थे। उन्होंने तत्काल एक शिकायत हाईकोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और रजिस्ट्रार जनरल को दी। उनकी शिकायत के आधार पर रजिस्ट्रार जनरल ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
बिना सूचना अपहरण जैसी कार्रवाई पर सवाल
कानूनी जानकारों के अनुसार कोई भी पुलिस की टीम यदि दूसरे शहर में जाकर कार्रवाई करती है, तो इसकी सूचना पहले संबंधित जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को देनी पड़ती है। मंगलवार को जिस तरह से क्राइम ब्रांच ने अपनी कार्रवाई की, उससे तो यही साबित होता है कि न तो उन्होंने जबलपुर के किसी अधिकारी को कोई सूचना दी और न ही इस बारे में किसी को कानों कान खबर थी।
क्राइम ब्रांच ने मुन्नाभाइयों को पकड़ा
देर शाम रजिस्ट्रार जनरल मोहम्मद फहीम अनवर ने बताया कि जिन चार युवकों के अपहरण की बात कही जा रही थी, दरअसल उन्हें क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। उक्त चारों युवक उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं और उन पर दूसरे उम्मीदवार की जगह परीक्षा देने का आरोप है। क्राइम ब्रांच की टीम उनका पीछा करते हुए हाईकोर्ट तक आई थी और पुष्टि होने के बाद ही उनकी गिरफ्तारी की है।
हाईकोर्ट की सुरक्षा की कलई खुली । भले ही मंगलवार को क्राइम ब्रांच द्वारा की गई आरोपियों की गिरफ्तारी आम प्रक्रिया हो, लेकिन जिस तरह से उसको अंजाम दिया गया उससे हाईकोर्ट की सुरक्षा की कलई खुल गई। कहने के लिए तो हाईकोर्ट की सुरक्षा में आधा सैकड़ा से अधिक पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, पर मंगलवार को यह तो साबित हो गया कि कोर्ट परिसर के भीतर न तो पक्षकार और न ही वकील सुरक्षित हैं।
इनका कहना है
दोपहर में कुछ वकीलों ने आकर घटना की लिखित शिकायत मुझे दी थी। चूंकि मामला गंभीर था, इसलिए सुरक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया गया और सीसीटीवी फुटेज भी ब्लॉक कराए गए। क्लिपिंग्स देखने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- मोहम्मद फहीम अनवर, रजिस्ट्रार जनरल हाईकोर्ट
न तो मंगलवार की दोपहर हाईकोर्ट में अपहरण जैसी घटना हुई और न ही मुझसे रजिस्ट्रार जनरल ने स्पष्टीकरण मांगा। आपके पास गलत जानकारी है। मैं अभी रजिस्ट्रार जनरल से बात करता हूं।
- हेमंत तिवारी, हाईकोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी
मंगलवार दोपहर न्यायालय परिसर के पास आरक्षक भर्ती के मामले में उत्तर प्रदेश के चार युवकों को हिरासत में लिया गया। उनसे रांझी थाने में भर्ती के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
- शशिकांत शुक्ला, एसपी, जबलपुर

 

Created On :   13 Dec 2017 1:41 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story