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कोविड सेवाओं में लगे चिकित्सकों एवं स्टाफ की सेवाएं समाप्त

डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की असर खत्म हो चुका है। संक्रमण का प्रसार भी लगभग थम गया है, ऐसे में सरकार ने अब कोविड सेवाओं में लगे चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की सेवाएं खत्म करने का निर्णय लिया है। जिले में छंटनी की शुरूआत गत माह की हो गई थी, जब 92 में से 32 चिकित्सकों के कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं किए गए, केवल 60 चिकित्सकों का अनुबंध 1 माह के लिए बढ़ा दिया गया था। लेकिन अब सरकार ने कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन में लगे अस्थायी मानव संसाधन की सेवाएं पूरी तरह समाप्त करने की निर्णय लिया है। उक्त आदेश हाल ही में एनएचएम की ओर से सभी जिला कलेक्टर और सीएमएचओ को जारी किए गए हैं। जिले में जिनकी सेवाएं खत्म हुई हैं उनमें 60 आयुष-डेंटल चिकित्सक, 12 लैब टेक्नीशियन्स, 6 सपोर्ट स्टाफ, 3 ओटी टेक्नीशियन, 3 ऑक्सीजन टेक्नीशियन्स और 2 कोल्ड चेन टेक्नीशियन्स शामिल हैं। इस सबंध जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुररिया द्वारा भी आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार कोविड में सेवाएं दे रहे स्टाफ की सेवा 31 मार्च को समाप्त कर दी गईं हैं। इसके पश्चात भी अगर स्टाफ द्वारा सेवाएं दी जाती हैं तो किसी प्रकार को कोई पारिश्रमिक भुगतान नहीं किया जाएगा।
अब कौन करेगा सैंपलिंग
कोविड स्टाफ की सेवाएं समाप्त होने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि कोरोना की सेंपलिंग कौन करेगा। अब तक आयुष चिकित्सक इस कार्य में लगे हुए थे। जब कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा था, तब रेपिड रिस्पांस टीमें कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कर सेंपलिंग में जुटीं थीं। वीआईपी सेंपलिंग की जिम्मेदारी भी इन्हीं पर थी। आने वाले दिनों में अगर कोविड के मामले बढ़ते हैं तो सेंपलिंग के लिए लोगों को अस्पताल या फीवर क्लीनिक्स तक जाना होगा, जहां स्टाफ नर्सेस सेंपलिंग करेंगी। जाहिर सी बात है इसके बाद सेंपलिंग घट जाएगी।
Created On :   1 April 2022 10:30 PM IST