सात करोड़ का गुलौआताल, पानी से आ रही दुर्गंध

Seven crores of rose water, foul smell coming from the water
सात करोड़ का गुलौआताल, पानी से आ रही दुर्गंध
सात करोड़ का गुलौआताल, पानी से आ रही दुर्गंध

म्यूजिक फाउंटेन बंद, हर तरफ गाजरघास, वॉक करने वालों को रहता है जहरीले कीड़ों का डर, स्मार्ट वर्किंग पर सवाल
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
गुलौआताल को स्मार्ट सिटी  के प्लान में 7 करोड़ रुपए से सँवारा गया। सरोवर के आसपास अनेक विकास कार्य िकये गये लेकिन यह विकास के काम कुछ सालों के अंदर ही बदहाल होने लगे हैं। हालात यह है कि स्मार्ट सिटी का एक खूबसूरत तालाब जो नैसर्गिक सुंदरता के साथ कुछ प्रयासों से खूबियों में ढल गया था वह एकदम बर्बाद होता नजर आ रहा है। इसका पानी बदबू मार रहा है। हर तरफ गाजरघास उग रही है। झाडिय़ाँ इस कदर बढ़ गई हैं कि यहां आने वालों को इनमें साँप और बिच्छू का डर सताता है। लोगों का कहना है िक तालाब को अनलॉक में शहर के अन्य उद्यानों के साथ खोल तो दिया गया है पर यहाँ पर जरूरी सेवाएँ पूरी तरह से ब्लॉक ही हैं। पूर्व क्षेत्रीय पार्षद संजय राठौर कहते हैं कि तालाब में सफाई का पूरी तरह से अभाव है। सिल्ट जिसको साफ होना चाहिए वह नहीं की गई जिससे पानी पूरी तरह खराब हो गया है। मेंटेनेंस के अभाव में तालाब की हालत पस्त है। क्षेत्रीय नागरिक रामस्वरूप गुप्ता, जेपी गुप्ता कहते हैं कि जिम्मेदारों ने इसकी ओर ध्यान देना ही बंद कर दिया है। अभी फिलहाल यहाँ गंदगी से लोग ज्यादा परेशान हैं। इसी हाल में ताल को छोड़ दिया गया तो बारिश के दिनों में कुछ महीनों के अंदर यह पूरी तरह से बदहाल हो जाएगा। इनका कहना है
इस तालाब में जहाँ भी गंदगी और कुछ कमी है उसको जल्द से जल्द दूर कर लिया जाएगा। लगातार निगरानी कर तालाब को बेहतर से बेहतर बनाया जाएगा। अभी लॉकडाउन में बंद था, जिससे कुछ कमी हो सकती है लेकिन जल्द जरूरी सुधार कराया जाएगा। 
-निधि सिंह राजपूत, सीईओ स्मार्ट सिटी
 

Created On :   3 July 2021 2:26 PM IST

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