- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- अनिल देशमुख के खिलाफ सात हजार...
अनिल देशमुख के खिलाफ सात हजार पन्नों का आरोप पत्र, ऋषिकेश और सलील का भी नाम
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनी लांड्रिंग के आरोप में जेल में बंद राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई की विशेष अदालत में सात हजार पन्नों का पूरक आरोपपत्र दायर किया है। आरोपपत्र में ईडी ने देशमुख के बेटे ऋषिकेश व सलील के नाम का भी उल्लेख किया है। जबकि देशमुख को इस मामले का मुख्य आरोपी बताया है। आरोपत्र में मुख्य रुप से पूर्व मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता देशमुख, राज्य के पूर्व मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, बार मालिकों व प्रबंधकों सहित अन्य लोगों के बयान को शामिल किया गया है। इस मामले में यह दूसरा आरोपपत्र है। ईडी ने इस पूरक आरोपपत्र में कई ऐसे आईपीएस व राज्य पुलिस के अधिकारियों के बयान दर्ज किए है जिन्हें देशमुख के राज्य का गृहमंत्री रहते मनचाही जगह पर ट्रांसफर व पोस्टिंग मिली थी। सूत्रों के मुताबिक ईडी को आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला की वह रिपोर्ट नहीं मिल पायी है जिसमें उन प्रभावशाली लोगों के फोन पर संवाद का विवरण शामिल है। इन लोगों ने पुलिस महकमे में तबादले व तैनाती में पैसों के बदले हस्तक्षेप किया था। ईडी ने आरोपपत्र में कई दस्तावेज जोड़े हैं जो पुलिस विभाग में तबादले व तैनाती से जुड़े हैं।
मनी लांड्रिंग के लिए नागपुर साई शिक्षण संस्थान का इस्तेमाल
इससे पहले ईडी ने इस प्रकरण को लेकर अगस्त 2021 में देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे, निजी सहायक कुंदन शिंदे व उनके नागपुर स्थित ट्रस्ट श्री साई शिक्षण संस्था के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था। ईडी के अनुसार पलांडे व शिंदे ने मनी लांड्रिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही मनी लांड्रिंग के लिए नागपुर स्थित साई शिक्षण संस्थान का भी इस्तेमाल किया गया था। इसके लिए 27 डमी कंपनिया बनाई गई थी। वाझे ने कथित रुप से देशमुख के कहने पर में 4.7 करोड़ रुपए बार व रेस्टोरेंट से वसूले थे।
ईडी ने मनी लांड्रिग से जुड़े मामले में देशमुख को दो नवंबर 2021 को गिरफ्तार किया था। देशमुख फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा गया है। ईडी ने यह आरोपपत्र तय समय के भीतर दायर किया है। देशमुख पर मुख्य रुप से गृहमंत्री रहते अपने पद का दुरुपयोग करने व बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को मुंबई के बार व रेस्टोरेंट से कथित रुप से सौ करोड़ रुपए की वसूली करने का निर्देश देने का आरोप है। शुरुआत में सीबीआई ने इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने मामला दर्ज कर जांच की शुरुआत की थी। गौरतलब है कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को पत्र लिखा था।
Created On :   29 Dec 2021 8:32 PM IST