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शर्म आती है इन 40 गद्दारों के साथ साझा किया मंच - आदित्य ठाकरे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने शिंदे गुट के विधायकों पर जमकर हमला बोला है। शुक्रवार को रत्नागिरी में आयोजित ‘शिवसंवाद यात्रा’ को संबोधित करते हुए आदित्य ने कहा कि ‘मुझे शर्म आती है कि मैंने 40 गद्दारों के साथ कभी मंच साझा किया था।’ आदित्य ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से शिंदे गुट के विधायक गोली चला रहे हैं। पुलिस को धमकी दे रहे हैं। आदित्य ने कहा कि ये लोग ठेकेदार को मार रहे हैं तो मुझे शर्म आती है कि मैंने ऐसे 40 गद्दारों के लिए साल 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रचार किया था। उन्होंने कहा कि मैं विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। यदि हिम्मत है कि 40 बागी भी विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव का सामना करें। आदित्य ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि मैं सत्ता में होता तो मैं अभी तक सरकार से बाहर निकलकर अपनी पार्टी की छवि को बचाया होता। आदित्य ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर नाम लिए बिना कहा है कि वह अस्थायी मुख्यमंत्री हैं। आदित्य ने कहा कि ठाकरे परिवार को अकेला करने की कोशिश की जा रही है। शिवसेना को तोड़ने और फोड़ने का प्रयास शुरू है। जिस दिन शिवसेना टूट जाएगी उस दिन महाराष्ट्र के पांच टूकड़े कर दिए जाएंगे। आदित्य ने कहा कि मुझे बागी विधायक संदेश भिजवा रहे हैं कि मैं उन्हें गद्दार न कहूं। शिंदे सरकार को ‘खोखा सरकार’ न कहूं। वे कहते हैं कि हमें विश्वासघाती कहिए चलेगा लेकिन गद्दार मत कहिए। यह उनकी कितनी बड़ी निर्लज्जता है? आदित्य ने कहा कि विश्वासघाती और गद्दारी में फर्क क्या है? आदित्य ने कहा कि बीते मानसून अधिवेशन के दौरान विधानभवन की सीढ़ियों पर जब हम लोग ‘50 खोखे, एकदम ओके’ कहकर नारेबाजी कर रहे थे। जिस समय शिंदे गुट के मंत्री निर्लज्जता से हमे से पूछ रहे थे कि 50 खोखा आपको चाहिए क्या? इसका मतलब साफ है कि मंत्रियों ने 50 खोखे के लिए उद्धव ठाकरे की महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराया है। आदित्य ने कहा कि वेदांता- फॉक्सकॉन कंपनी के संयुक्त उद्यम की 1.54 लाख करोड़ रुपए निवेश वाली सेमीकंडक्टर परियोजना को राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 15 जुलाई को सब्सिडी देने का फैसला लिया। लेकिन शर्म की बात है कि वेदांता-फॉक्सकॉन कंपनी ने महाराष्ट्र से निकलकर गुजरात में परियोजना लगाने का निर्णय लिया है। वेदांता- फॉक्सकॉन कंपनी की परियोजना से राज्य में 1 लाख नए रोजगार पैदा होने वाला था। रायगड में प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क परियोजना भी गुजरात में चली गई है। मगर प्रदेश के उद्योग मंत्री उदय सामंत को पता ही नहीं था कि दोनों परियोजनाएं हाथ से फिसल गई है।
सुरक्षा कर्मियों को नहीं मिला सरकारी वाहन
आदित्य के रत्नागिरी के दौरे के समय उनके सुरक्षा कर्मियों को सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया था। इस पर आदित्य ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था सरकार का काम है। मुझे उस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करनी है। दूसरी ओर प्रदेश के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि आदित्य के सुरक्षा मामले की जांच की जाएगी।
Created On :   16 Sept 2022 9:00 PM IST