शेल्टर होम के बेघर कोरोना की जंग में बने योद्धा

Shelter home mask helping to protect against corona virus infection
शेल्टर होम के बेघर कोरोना की जंग में बने योद्धा
शेल्टर होम के बेघर कोरोना की जंग में बने योद्धा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिन हाथों ने ईंट, पत्थर उठाकर बहुमंजिला इमारतों को खड़ा करने अपनी जिंदगी गुजार दी, वहीं हाथ आज मास्क सिलकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने में मदत कर रहे हैं। कोरोना की जंग में वह भी योद्धा है। दरअसल ये वो लोग है, जो रोजगार के लिए नागपुर आए और लॉकडाउन के वजह से यहीं फंस गए। उन्हें मनपा ने शेल्टर होम में सहारा दिया। खाली समय का सदुपयोग करने के लिए मनपा आयुक्त कौशल प्रशिक्षण देने की पहल की। जिस विषय में रूची है, वही प्रशिक्षण देने का सिलसिला शुरू हुआ। रवि नगर स्थित अग्रसेन भवन में सिलाई काम करने के लिए इच्छुकों को प्रशिक्षण देकर मास्क बनाने का हुनर सिखाया गया। जिन हाथों ने कभी मशीन नहीं चलाई, वही हाथ मास्क सिलकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने में मदत कर रहे हैं।

रवि नगर अग्रसेन भवन में 149 महिला पुरुष है। रोजगार के लिए आए और लॉकडाउन के चलते बेरोजगार हो गए। यातायात के साधन नहीं रहने से गांव जाने का रास्ता भी बंद हो गया। शहर में उनका कोई घर नहीं। जाए तो जाए कहां, इस मुसीबत में फंस गए थे। कोई चारा नहीं रहने से पैदल ही गांव करीब करने के लिए चल पड़े। पुलिस और मनपा प्रशासन ने उन्हें गांव जाने से रोक दिया। शेल्टर होम में उनके रहने और खानपान की सुविधा की गई। हाथा को काम नहीं और जेब में पैसा नहीं। ऐसे समय मानसिक तनाव आने का खतरा बढ़ जाता है।

इस खतरे को भांपकर मनपा आयुक्त ने उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर भविष्य में नए जीवन की शुरुआत करने की पहल की। इच्छा के अनुसार उन्हें कौशल प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई। अग्रसेन भवन में रखे गए अधिकांश महिला, पुरुष निर्माणकार्य के मजदूरी काम करने आए थे। उनकी इच्छा के अनुसार सिलाई प्रशिक्षण दिया गया। कोरोना मास्क सिलने का प्रशिक्षण देकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अपना योगदान देने का अवसर दिया। इस अवसर को भुनाकर उन्होंने भी कोरोना की जंग में योद्धा बनकर लोगों को संक्रमण से बचाने में योगदान दिया। इसके अलावा सौर ऊर्जा से संबंधित जानकारी, कारपेंटर वर्क प्रशिक्षण देकर पक्षियों के घर, सुशोभित वस्तु बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बच्चों के विकास की दृष्टि से खेलौने और चित्रकला प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। उनके शारीरिक तथा मनासिक स्वास्थ्य की देखभाल तथा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।

Created On :   25 April 2020 1:05 PM IST

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